PM ने कहा- जिनको कभी किसी ने नहीं पूछा उनको मोदी पूजता है। इसलिए जिस नॉर्थ ईस्ट को कांग्रेस ने भुला दिया था वो 2014 के बाद विकास की प्राथमिकता बन गया है। हमने नॉर्थ ईस्ट में लास्ट माइल कनेक्टिविटी को अपनी सरकार की पहचान बनाया और यहां के 8 राज्यों को अष्टलक्ष्मी माना है।
नॉर्थ-ईस्ट में 8 राज्य अरुणाचल, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा शामिल हैं।
अरुणाचल के बाद PM मोदी त्रिपुरा पहुंचे। उन्होंने माताबाड़ी स्थित री-डेवलप्ड माता त्रिपुर सुंदरी मंदिर का उद्घाटन कर पूजा-अर्चना की। मंदिर परिसर में एक प्रदर्शनी को भी देखा। यह मंदिर 51 ‘शक्ति पीठों’ में से एक है। मंदिर का पुनर्निर्माण 52 करोड़ रुपए की लागत से हुआ है।
- अरुणाचल का हर व्यक्ति शौर्य और साहस का प्रतीक: यहां का हर व्यक्ति शौर्य और साहस का प्रतीक है। अरुणाचल मैं कई बार आया हूं। इसलिए यहां की ढेर सारी यादें मेरे साथ जुड़ी हुई हैं। उनका स्मरण भी मुझे भी अच्छा लगता है। तवांग मठ से लेकर स्वर्ण पगोडा तक अरुणाचल शांति का संगम हैं, मां भारती का गौरव है। मैं इस पुण्यभूमि को प्रणाम करता हूं।
- मैं यहां तीन वजहों से आया: पहली- आज मुझे यहां सुंदर पर्वतों के दर्शन का सौभाग्य मिला। नवरात्र के पहले दिन आज सब मां शैलपुत्री की पूजा करते हैं जो पर्वतराज हिमालय की बेटी हैं। दूसरी वजह- आज से नेक्स्ट जनरेशन GST बचत उत्सव शुरू हो रहा है। जनता जर्नादन को डबल बोनांजा मिला है। तीसरी वजह- आज के दिन अरुणाचल में विकास के ढेर सारे प्रोजेक्ट, आज राज्य को पावर कनेक्टिविटी, टूरिज्म अनेक सेक्टर से जुड़े प्रोजेक्ट मिले हैं। ये BJP की डबल इंजन सरकार के डबल बेनिफिट का उदाहरण है।
- कांग्रेस ने अरुणाचल को नजरअंदाज किया: अरुणाचल को कांग्रेस ने नजरअंदाज किया। इसी वजह से हमारा पूरा नॉर्थईस्ट छूट गया। जब मुझे सेवा का अवसर दिया तो मैंने कांग्रेसी सोच से देश को मुक्ति दिलाने की ठान ली। हमारी प्रेरणा इसी राज्य में वोटों और सीटों की संख्या नहीं , नेशन फर्स्ट की भावना है। देश पहले, हमारा एक ही मंत्र है, नागरिक देवो भव:। जिनको कभी किसी ने नहीं पूछा उनको मोदी पूजता है। इसलिए जिस नॉर्थ ईस्ट को कांग्रेस ने भुला दिया था वो 2014 के बाद विकास की प्राथमिकता बन गया है।

