संसद की लाइब्रेरी बिल्डिंग में मंगलवार को नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) की संसदीय दल की बैठक हुई। बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की जीत पर प्रधानमंत्री का माला पहनाकर सम्मान किया गया।
पीएम ने बैठक में कहा, ‘मैं फालतू पेपरवर्क और 30-40 पेज के फॉर्म का कल्चर खत्म करना चाहता हूं। हमें नागरिकों के दरवाजे पर सर्विस देनी होगी, बार-बार डेटा जमा करने की जरूरत को खत्म करना होगा।’
पीएम ने इंडिगो संकट पर कहा- लोगों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए, उन्हें असुविधा नहीं होनी चाहिए। नियम और कानून अच्छे हैं, लेकिन सिस्टम को ठीक करने के लिए लोगों को परेशान करना सही नहीं है।
बैठक में पीएम ने 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बिहार जीत के शिल्पकार हैं।
सरकार ने सेल्फ-सर्टिफिकेशन की इजाजत देकर नागरिकों पर भरोसा किया। इस बात पर जोर दिया कि यह भरोसा बिना किसी गलत इस्तेमाल के 10 साल से कामयाबी से काम कर रहा है। ईज ऑफ लाइफ और ईफ ऑफ डूइंग बिजनेस दोनों ही मोदी सरकार की प्राथमिकता है।
देश अब पूरी तरह से ‘रिफॉर्म एक्सप्रेस’ फेझ में है, जहां सुधार तेजी से और साफ इरादे से हो रहे हैं।सरकार के सुधार पूरी तरह से नागरिक-केंद्रित हैं, न कि सिर्फ आर्थिक या रेवेन्यू-केंद्रित। इसका लक्ष्य लोगों की रोजमर्रा की मुश्किलों को दूर करना है ताकि वे अपनी पूरी क्षमता तक बढ़ सकें।
पीएम मोदी 11 दिसंबर को NDA के सभी सांसदों के लिए विशेष रात्रिभोज का आयोजन करने वाले हैं। इसका उद्देश्य सहयोगी दलों के साथ बेहतर तालमेल, समन्वय और संसद सत्र के दौरान साझा रणनीति तैयार करना बताया जा रहा है। इस डिनर में सरकार के विधायी एजेंडे, सेशन की प्राथमिकताओं और पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और असम विधानसभा चुनावों की तैयारियों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
20 नवंबर 2025 को नीतीश कुमार ने 10वीं बार बिहार में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। पटना के गांधी मैदान में समारोह में PM नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई बड़े भाजपा नेता मौजूद रहे थे। डिप्टी सीएम के रूप में सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने शपथ ली थी। वहीं 26 मंत्रियों ने भी शपथ ली थी।

