केंद्र में तीसरी बार सरकार बनाने के भाजपा के दावों के बीच प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को पार्टी मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया, लेकिन जुबान पर भाजपा कम और NDA का नाम ज्यादा रहा। 34 मिनट के धन्यवाद भाषण में भाजपा का नाम 8 बार लिया तो NDA (भाजपा के सहयोगी दल) का हवाला 10 बार आया।
प्रधानमंत्री ने विशेष तौर पर आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जिक्र किया। उन्होंने दोनों के नेतृत्व में शानदार प्रदर्शन की सराहना की। साथ ही तीसरे कार्यकाल में NDA नेतृत्व में अच्छा काम करने का भरोसा दिया।
दरअसल, 2014 और 2019 में अपने दम पर सरकार बनाने वाली भाजपा इस बार बहुमत से दूर है। पार्टी 240 सीट के करीब सिमटती दिख रही है। यानी बहुमत से 30-32 सीट कम। चंद्रबाबू की TDP 15 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश की JDU 12 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।
PM के भाषण से ठीक डेढ़ घंटे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। दोनों ने सरकार बनाने के लिए TDP और JDU से समर्थन के सवाल पर इनकार नहीं किया था। खड़गे ने तो यहां तक कहा कि अभी सब यहीं बता दूंगा तो मोदी जी अलर्ट हो जाएंगे।
. चुनाव आयोग पर
मोदी बोले- ये 140 करोड़ भारतीयों की जीत है। मैं आज देश के चुनाव आयोग का भी अभिनंदन करूंगा। चुनाव आयोग ने दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव इतनी कुशलता से संपन्न कराया। करीब 100 करोड़ मतदाता, एक करोड़ मतदान कर्मी, 11 लाख बूथ इतनी प्रचंड गर्मी में कर्मियों ने अपने दायित्वों को बखूबी निभाया।
- मतदाताओं पर
इस बार भारत में जितने लोगों ने मतदान किया। वह दुनिया के अन्य लोकतांत्रिक देशों की जनसंख्या से भी ज्यादा है। जम्मू कश्मीर ने रिकॉर्ड मतदान करके दुनिया में भारत को बदनाम करने वालों को आइना दिखा दिया है। मैं देश भर के सभी दलों, सभी उम्मीदवारो का अभिनंदन करता हूं। सभी की भागीदारी के बिना लोकतंत्र की सफलता संभव नहीं है। - कांग्रेस पार्टी पर
इस चुनाव के इस जनादेश के कई पहलू हैं। 1962 के बाद पहली बार कोई सरकार अपने दो कार्यकाल पूरे करने के बाद तीसरी बार वापस आई है। राज्यों में जहां भी विधानसभा के चुनाव हुए वहां पर एनडीए को भव्य विजय मिली। अरुणाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, सिक्किम या ओडिशा हो। इन राज्यों में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। शायद उन्हें जमानत बचाना भी मुश्किल हो गया होगा।

