नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी-शरद गुट (NCP-SCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार 19 अगस्त को कहा कि प्रधानमंत्री और चुनाव आयोग दोनों अलग-अलग बातें करते हैं। पीएम ने स्वतंत्रता दिवस पर वन नेशन-वन इलेक्शन की बात कही थी।
अगले ही दिन को चुनाव आयोग ने दो राज्यों में अलग-अलग तारीखों में विधानसभा चुनावों का ऐलान कर दिया। प्रधानमंत्री एक बात कहते हैं, जबकि सिस्टम दूसरे रास्ते पर चलता है।
78वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि बार-बार होने वाले चुनाव देश की प्रगति में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। देश को वन नेशन, वन इलेक्शन के लिए आगे आना होगा।
इसके बाद 16 अगस्त को चुनाव आयोग ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का ऐलान किया। जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर 3 फेज में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। हरियाणा की सभी 90 सीटों पर सिंगल फेज में 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी। दोनों राज्यों के नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे।
क्या महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगेगा, पवार बोले- चुनाव आयोग से पूछिए
शरद पवार 19 अगस्त को पुणे में पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान उनसे पूछा गया कि क्या महाराष्ट्र में राज्य सरकार की लाड़की बहन योजना के कारण दिसंबर में चुनाव हो सकते हैं और क्या राज्य में राष्ट्रपति शासन लगने की संभावना है। पवार ने कहा कि यह ऐसा सवाल है, जो चुनाव आयोग से पूछा जाना चाहिए।
एकनाथ शिंदे सरकार की तरफ से लाड़की बहन जैसी योजनाओं के लिए धन मुहैया कराए जाने के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा- कई योजनाएं लंबित हैं और स्कॉलरशिप के लिए पैसे नहीं है, लेकिन इसके बीच वित्तीय बोझ बढ़ाने वाली नई योजनाएं शुरू की जा रही हैं।
महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज, इसी साल होना है विधानसभा चुनाव
महाराष्ट्र में राजनीतिक बयानबाजी की असल वजह आगामी विधानसभा चुनाव हैं। चुनाव आयोग ने कहा कि दिवाली के बाद महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। पिछले महीने महाराष्ट्र में विधान परिषद (MLC) के चुनाव हुए थे। NDA को जबरदस्त जीत मिली थी। गठबंधन ने 11 में से 9 सीटें जीतीं थीं। वहीं INDIA ब्लॉक के तीन प्रत्याशी खड़े थे, जिनमें 2 ही जीत सके। कांग्रेस के 7 से 8 विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने की खबर थी।
नवंबर 2024 को खत्म होगा बीजेपी-शिवसेना (शिंदे गुट) की सरकार का कार्यकाल
महाराष्ट्र में इस वक्त बीजेपी-शिवसेना (शिंदे गुट) की सरकार है। इसका कार्यकाल 8 नवंबर 2024 को खत्म हो रहा है। अक्टूबर 2024 में चुनाव हो सकते हैं। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर 2019 में चुनाव हुए थे। बीजेपी 106 विधायकों के साथ राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनी। मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना और बीजेपी गठबंधन में बात नहीं बन पाई।
56 विधायकों वाली शिवसेना ने 44 विधायकों वाली कांग्रेस और 53 विधायकों वाली NCP के साथ मिलकर महाविकास अघाड़ी बनाकर सरकार बनाई। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने।
मई 2022 महाराष्ट्र सरकार में नगर विकास मंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने 39 विधायकों के साथ बगावत कर दी। वह बीजेपी के साथ मिल गए। 30 जून 2022 को एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के 20वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। इसके साथ ही शिवसेना पार्टी दो गुटों में बंट गई। एक धड़ा शिंदे गुट और दूसरा उद्धव गुट का बना।
17 फरवरी 2023 को चुनाव आयोग ने आदेश दिया कि पार्टी का नाम ‘शिवसेना’ और पार्टी का चुनाव चिह्न ‘धनुष और तीर’ एकनाथ शिंदे गुट के पास रहेगा।
लोकसभा चुनाव 2024 : भाजपा को मिली सिर्फ 9 सीटें, INDIA ब्लॉक ने 30 सीटें जीतीं
लोकसभा चुनाव 2024 में महाराष्ट्र की 48 सीटों में बीजेपी 9 सीटों पर जीती। गठबंधन की सहयोगी NCP (अजित पवार गुट) ने एक सीट जीती। शिवसेना (शिंदे गुट) को 7 सीटों पर जीत मिली। INDIA ब्लॉक में शामिल कांग्रेस ने 13 और शिवसेना (उद्धव गुट) ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की। NCP शरद चंद्र पवार ने 8 सीटों पर जीत हासिल की। सांगली सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार जीता।

