कर्नाटक सेक्स स्कैंडल के आरोपी प्रज्वल रेवन्ना की न्यायिक हिरासत 8 जुलाई तक बढ़ा दी गई है। बेंगलुरु की कोर्ट में पेश किया गया था। कोर्ट ने इससे पहले 10 जून को उन्हें 24 जून तक, 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा था।
प्रज्वल को 31 मई को गिरफ्तार किया गया था। कोर्ट ने पहले उन्हें 6 जून तक SIT की हिरासत में भेजा। 6 जून को उनकी पुलिस कस्टडी 10 जून तक बढ़ा दी गई। फिर 10 जून को बेंगलुरु की एक स्पेशल कोर्ट ने उन्हें 24 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
प्रज्वल पर कई महिलाओं से यौन उत्पीड़न का आरोप है। उनके खिलाफ रेप, छेड़छाड़, ब्लैकमेलिंग और धमकी देने के आरोपों से जुड़े अब तक तीन FIR दर्ज की गई हैं। प्रज्वल हासन के पूर्व JDS सांसद रहे हैं। वे JDS विधायक एचडी रेवन्ना के बेटे और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते हैं।
दूसरी तरफ, प्रज्वल रेवन्ना के बड़े सूरज रेवन्ना को सेक्शुअल हैरेसमेंट के दूसरे केस रविवार (23 जून) को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। JDS के एक कार्यकर्ता ने सूरज पर समलैंगिक संबंध बनाने का आरोप लगाया है। इस मामले में पुलिस ने सूरज को कल गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद कर्नाटक पुलिस ने केस CID को ट्रांसफर कर दिया।
आरोप लगाने वाले युवक का दावा है कि 16 जून को JDS एमएलसी सूरज रेवन्ना ने उसे अपने फार्महाउस पर बुलाया था। यहां सूरज ने उसे जबरदस्ती चूमा, उसके होंठ और गालों को दांतों से काटा।युवक ने 22 जून को सूरज के खिलाफ हासन जिले के होलेनरसीपुरा पुलिस थाने में FIR दर्ज कराई थी।
युवक के मुताबिक, सूरज ने उसके साथ यौन उत्पीड़न किया। इसके बाद राजनीतिक रूप से आगे बढ़ाने में मदद का भरोसा दिया। युवक ने बाद में घटना को लेकर सूरज को मैसेज किया, तो सूरज ने जवाब दिया कि चिंता मत करो, सब कुछ ठीक हो जाएगा।
प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ उनके घर में काम करने वाली महिला ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी। 26 अप्रैल को बेंगलुरु में पब्लिक प्लेसेस में कई पेन ड्राइव मिलीं।
दावा किया गया कि पेन ड्राइव में 3 हजार से 5 हजार वीडियो हैं, जिनमें प्रज्वल को कई महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न करते देखा गया। महिलाओं के चेहरे भी ब्लर नहीं किए गए।
मामला बढ़ने पर राज्य सरकार ने SIT बनाई। प्रज्वल के खिलाफ रेप, छेड़छाड़, ब्लैकमेलिंग और धमकी देने के आरोपों समेत तीन FIR दर्ज की गईं।
SIT ने जांच में खुलासा किया कि प्रज्वल ने 50 से ज्यादा महिलाओं का सेक्शुअल हैरेसमेंट किया था। इनमें 22 साल से 61 साल तक की महिलाएं हैं।
50 में से करीब 12 महिलाओं से जबर्दस्ती संबंध बनाए गए, यानी उनका रेप हुआ। बाकी महिलाओं को अलग-अलग तरह का लालच देकर सेक्शुअल फेवर लिया।
प्रज्वल ने किसी को सब-इंस्पेक्टर, किसी को तहसीलदार तो किसी को फूड डिपार्टमेंट में नौकरी दिलवा दी।
प्रज्वल देश छोड़कर 35 दिन गायब रहे, एयरपोर्ट से गिरफ्तारी हुई
कर्नाटक सेक्स स्कैंडल में नाम सामने आने से पहले प्रज्वल रेवन्ना लोकसभा चुनाव के प्रचार-प्रसार में व्यस्त थे। वे हासन से सांसद थे। 2024 लोकसभा चुनाव भी यहीं से लड़ रहे थे। हासन लोकसभा सीट पर 26 अप्रैल को चुनाव हुए थे।
इस बीच वे सेक्शुअल हैरेसमेंट के आरोपों से घिर गए। चुनाव के अगले दिन ही 27 अप्रैल को प्रज्वल देश छोड़कर जर्मनी चले गए। वे 35 दिन बाद 31 मई को जर्मनी से भारत पहुंचे, तो पुलिस ने बेंगलुरु एयरपोर्ट से ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
27 मई को प्रज्वल ने वीडियो जारी किया था
कर्नाटक में सेक्स स्कैंडल के आरोपी प्रज्वल रेवन्ना ने 27 मई को वीडियो जारी करके कहा- ‘मैं 31 मई को SIT के सामने पेश हो जाऊंगा। मेरे खिलाफ लगे सभी आरोप झूठे हैं। मुझे अदालत पर भरोसा है और विश्वास है कि मैं अदालत के जरिए झूठे मामलों से बाहर आऊंगा।’

