बॉर्डर पर आज सेना के बड़े अधिकारियों ने समीक्षा की। सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने शीर्ष भारतीय सेना के नेतृत्व संग बॉर्डर की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक की है। चीन और पाकिस्तान के साथ जंग के हालात में किस तरह बेहतर तैयारी हो सकती है, साजो-सामान किस तरह से सीमा पर पहुंचाए जा रहे हैं। ये सब सेना प्रमुख की बैठक के प्रमुख मुद्दे रहे हैं। लगातार चीन और पाकिस्तान के साथ टू फ्रंट वॉर की वकालत भारत करता रहा है। ऐसे में तैयारियां बेहद जरूरी हैं।
सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने भारत के समक्ष पेश सुरक्षा चुनौतियों पर कहा कि हम अभी भविष्य के संघर्षों के कुछ अंश (ट्रेलर) देख रहे हैं। हमारे विरोधी अपने रणनीतिक लक्ष्यों को हासिल करने के प्रयास जारी रखेंगे। सेना प्रमुख की ओर से कहा गया कि उत्तरी सीमा पर ताजा घटनाक्रम आधुनिक तकनीक वाले साजो सामान से लैस सक्षम बलों की जरूरत को रेखांकित करते हैं।
सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने कहा कि अफगानिस्तान के हालिया घटनाक्रम ने निर्णायक परिणामों के लिए फिर से परदे के पीछे और राज्येत्तर तत्वों के इस्तेमाल पर ध्यान दिलाया है। हम अपने बलों के पुनर्गठन , पुनर्संतुलन आदि पर ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं। सेना प्रमुख की बैठक ऐसे समय में हुई है जब भारत और चीन के बीच 14 दौर की बातचीत हो चुकी है और जल्द ही 15वें दौर की बातचीत भी होने वाली है।

