logo logo
  • नेशनल न्यूज़
  • राज्य खबरें
    • हरियाणा
      • Faridabad
    • चंडीगढ़
    • Delhi
  • एजुकेशन
  • मनोरंजन
  • हेल्थ न्यूज़
  • टेक्नोलॉजी
  • Video News
    • Live – YouTube
  • More News
    • Online
      • विचार
      • E Paper
Reading: शराबबंदी के साथ जन जागरण बेहद जरूरी –ज्ञानेन्द्र रावत
Share
Notification
Atulya LoktantraAtulya Loktantra
Font ResizerAa
Search
  • नेशनल न्यूज़
  • राज्य खबरें
    • हरियाणा
    • चंडीगढ़
    • Delhi
  • एजुकेशन
  • मनोरंजन
  • हेल्थ न्यूज़
  • टेक्नोलॉजी
  • Video News
    • Live – YouTube
  • More News
    • Online
Follow US
  • About
  • Contact
  • Advertise With Us
  • Privacy policy
  • Disclaimer
  • Fact-Checking Policy
Home » शराबबंदी के साथ जन जागरण बेहद जरूरी –ज्ञानेन्द्र रावत
National News

शराबबंदी के साथ जन जागरण बेहद जरूरी –ज्ञानेन्द्र रावत

Deepak Sharma
Last updated: 3 April, 2023
By Deepak Sharma
945 Views
Share
11 Min Read
SHARE

बीते दिनों में बिहार में जहरीली शराब से हुई मौतों का आंकडा़ लगातार बढ़ता ही जा रहा है। सरकारी सूत्रों की मानें तो अभी तक 42 लोग जहरीली शराब पीने से राज्य के सिवान, गोपालगंज, बेतिया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, समस्तीपुर, पश्चिमी चंपारण आदि जिलों में मौत के मुंह में जा चुके हैं जबकि दूसरे जिलों से जहरीली शराब पीने से मरने वालों की सूचना लगातार आ रही हैं। बहुतेरे लोगों की तो जहरीली शराब पीने से आंख की रोशनी तक चली गयी है। गैर सरकारी सूत्रों की मानें तो अभी तक राज्य में जहरीली शराब पीने से तकरीब कई सौ लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसा जानकार लोगों के अलावा विरोधी दलों द्वारा भी दावा किया जा रहा है और इसके उलट सरकार और प्रशासन मरने वालों की असली तादाद जनता के सामने न आ पाये, यह छिपाने का हरसंभव भरसक प्रयास कर रही है। यह सब उस हालत में हो रहा है जबकि राज्य में नशाबंदी लागू है। अब सवाल यह है कि राज्य में पूर्ण नशाबंदी लागू होने के बावजूद शराब की आपूर्ति कहां से हो रही है। गौरतलब है कि यह तथ्य किसी से छिपा नहीं है कि शराब की आपूर्ति राज्य में कहां से होती है और फिर उसे किस तरह राज्य के दूसरे जिलों के ग्रामीण अंचल में पहुंचाया जाता है। इसमें नेता, प्रशासन, पुलिस और ग्राम पंचायत स्तर तथा वहां के चौकीदार तक की मिलीभगत जगजाहिर है। सरकार में बैठे राजनेताओं तक से यह तथ्य छिपा नहीं है। मृतकों के परिजन भी इसकी पुष्टि करते हैं कि राज्य के शहरी इलाकों की बात दीगर है, ग्रामीण इलाकों में भी आज मात्र फोन करने से ही घर-घर शराब माफिया के लोग शराब पहुंचा दिया करते हैं और यह सिलसिला बदस्तूर जारी है। जिला प्रशासन और पुलिस इससे भलीभांति वाकिफ है। इसमें गांव के चौकीदार तक शामिल हैं। इस सच्चाई को नकारा नहीं जा सकता।

विडम्बना तो यह है कि राज्य के मुख्यमंत्री श्री नितीश कुमार का जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के बारे में कहना है कि लोगों की गलत चीज पीने से मौतें हुई हैं। यह कहना कितना हास्यास्पद है और राज्य के मुखिया द्वारा इस बाबत यह कहा जाना समझ से परे है। उनके बयान पर टिप्पणी करते हुए राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी कहते हैं कि राज्य के लोग गलत चीज ना पीयें, यह राज्य के मुखिया की जिम्मेवारी है कि वे राज्य के लोगों को पीने के लिए अच्छी चीज मुहैय्या करायें और जब राज्य में पूर्ण शराबबंदी है, उस हालत में राज्य में शराब कहां से आती है। यह साबित करता है कि राज्य में शराबबंदी केवल नाम की है। यहां पर व्यवस्था नाम की कोई चीज है ही नहीं। पुलिस, प्रशासन और अधिकारियों-कर्मचारियों पर सरकार का कोई अंकुश नहीं है। जहरीली शराब सेआये दिन हो रही मौतों से ऐसा लगता है कि यह रोग अब छोटी महामारी का रूप ले चुका है। नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी यादव कहते हैं कि यह कितना शर्मनाक है कि राज्य के मुखिया श्री नितीश कुमार प्रशासन, पुलिस और शराब माफिया पर कार्यवाही के बजाय पीने वालों को कडा़ सबक सिखाने की बात करते हैं। सरकार में शामिल भाजपा प्रवक्ता श्री निखिल आनंद कहते हैं यह विपक्ष की साजिश है। खनन मंत्री श्री जनक राम भी श्री निखिल आनंद की हां में हां मिलाते हैं। पर्यटन मंत्री श्री नारायण प्रसाद कहते हैं कि किस किस गांव में सरकार पुलिस रखेगी। घर वालों की जिम्मेवारी है कि वे इस बारे में पुलिस को सूचना दें। उसके बाद कार्यवाही न हो, तब सरकार को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। इस बारे में पश्चिमी चंपारण जो राज्य भाजपाध्यक्ष श्री संजय जायसवाल और उप मुख्यमंत्री रेणु कुमारी का गृह जिला है, वहां के दक्षिणी तेल्हुआ गांव की महिलाओं का आरोप है कि पुलिस को सूचना देने पर भी कोई कार्यवाही नहीं होती। हमारी कोई मदद नहीं करता। उल्टे हमारे आदमी हमसे मारपीट और करते हैं। असलियत यह है कि राज्य में आने वाले समय में पंचायत चुनाव होने वाले हैं जिसकी वजह से राज्य में शराब का धंधा जोरों पर चल रहा है। उसपर कोई रोक टोक नहीं है। वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्री संजय जायसवाल कहते हैं कि राज्य में शराबबंदी का कानून तो सख्त है लेकिन लोग जागरूक नहीं हैं और पुलिस-माफिया पर सरकार का नियंत्रण नहीं है। राज्य के काबीना मंत्री श्री अशोक चौधरी का कथन भी समस्या से पल्ला झाड़ने जैसा है। उनका कहना कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह मौतें किस वजह से हुई हैं। उसके कारणों का पता लगाया जाना बाकी है। जद यू का दावा है कि राज्य में शराबबंदी का कानून काफी हदतक प्रभावी है और इसे और प्रभावी बनाया जायेगा। जबकि आबकारी मंत्री श्री सुनील कुमार का कहना है कि यह जांच का विषय है। इसके लिए जांच टीम गठित की जा रही है। थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। वह इसके लिए जिम्मेदार आबकारी निरीक्षक, अधिकारियों पर क्या कार्यवाही हुई, इस बारे में मौन साधे हैं।

गौरतलब है कि राज्य में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों की यह घटना 2016 के बाद दूसरी है। 2016 में गोपालगंज के खजूरबन्नी गांव में जहरीली शराब पीने से तकरीब 21 लोगों की मौत हुई थी। इस मामले में इसी साल स्थानीय अदालत ने 9 को फांसी व 4 को आजीवन कारावास की सजा दी है। इनमें चार महिलाएं भी शामिल हैं। 31 जनवरी से 31 अक्टूबर तक जहरीली शराब से राज्य में तकरीब 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जबकि सरकार यह संख्या केवल 40 ही बताती है । यही नही 187 लाख लीटर अवैध शराब की बरामदगी का सरकार दावा करती है। जहां तक राज्य में इस दौरान शराब की आपूर्ति का सवाल है, हरियाणा से सबसे अधिक शराब की आपूर्ति बिहार में होती है।सबसे पहले पश्चिमी बिहार को लें, यहां के छपरा, सिवान, गोपालगंज, चंपारण, मुजफ्फरपुर, सासाराम आदि जिलों में अधिकतर 75 फीसदी हरियाणा से और 25 फीसदी उत्तर प्रदेश से शराब की आपूर्ति होती है। उत्तरी बिहार में उत्तर प्रदेश और नेपाल से और पूर्वी बिहार में पश्चिम बंगाल और ओडिसा से शराब की आपूर्ति होती है। इन राज्यों से यहां सड़क और नदियों के रास्ते शराब की आपूर्ति की जाती है। इसकी जानकारी नेता, पुलिस और प्रशासन को बखूबी है। फिर भी इसकी रोकथाम की कोई व्यवस्था नहीं है।

सबसे बडी़ बात तो राज्यों की सीमाओं पर चौकसी की है। भ्रष्ट मशीनरी के रहते इस पर अंकुश की बात बेमानी है। फिर जहांतक शराब के जहरीले होने का सवाल है, भट्टी में कच्ची शराब बनाने वाले इसमें नशे के लिए जानवरों को लगाने वाले इंजैक्शन लगाते हैं, और तो और वे इसमें कुत्ते मारने वाले पाउडर और इंजैक्शनों तक का इस्तेमाल करते हैं। उनके लिए शराब ज्यादा से ज्यादा नशीली हो, इसलिए वे इन चीजों का इस्तेमाल करते हैं।इसके लिए कौन जिम्मेदार है। यह जानते-समझते सरकार का मौन क्या दर्शाता है। गौर करने वाली बात यह भी है कि शराब पीने वालों को नशा चाहिए, वह भी सस्ता, इस चाहत की खातिर वह ऐसी शराब लेकर पीते हैं। ऐसी शराब पीकर नतीजन मौत को वह खुद दावत देते हैं।

फिर सुशासन, बेरोजगारी के खात्मे और भ्रष्टाचार पर अंकुश के दावे कुछ भी किये जायें, असलियत में इन दावों में कोई सत्यता नहीं है। समाजविज्ञानी और शिक्षाविद डा. जगदीश चौधरी की मानें और यदि पश्चिमी बिहार की ही बात करें, तो यहां का आलम यह है कि यहां के जिलों में एक भी उद्योग नहीं है। नतीजन यहां के नौजवानों ने इसे अपना व्यवसाय बना लिया है। बीते सालों में भले वह महिलाओं की स्थिति का सवाल हो, उसमें सुधार हुआ है। घरेलू हिंसा का सवाल हो, उसमें कमी आई है। पारिवारिक समरसता का जहांतक सवाल है, उसमें भी सुधार हुआ है और अपराधों में भी कमी दिखायी दे रही है। लेकिन नशाबंदी के साथ नशा मुक्ति केन्द्रों के खोलने का सवाल अनसुलझा ही रहा। जो खोले जाने बेहद जरूरी थे। नशे के आदी लोगों की काउंसलिंग की जानी जरूरी थी, उनको नशे से होने वाली हानियों-दुष्प्रभावों के बारे में बताना जरूरी था। इस बारे में अभियान चलाया जाना चाहिए,जो नहीं हुआ। केवल किसी क्षेत्र या राज्य विशेष में नशाबंदी लागू करने से कुछ नहीं होने वाला। यह व्यावहारिक भी नहीं है। इसके लिए पूरे देश में कानून लागू करना होगा। जागरूकता अभियान चलाना होगा। आजादी के बाद हमारे देश में राज्यों में नशाबंदी लागू करने का इतिहास काफी पुराना है और वहां नशाबंदी के बाबजूद शराब की आपूर्ति और पीने वालों पर अंकुश की बात सपना ही रहा है। तमिलनाडु, गुजरात आदि का इतिहास प्रमाण है कि यह मात्र एक दिखावा और नारा बनकर रह गया है। शराबबंदी वाले राज्यों में नेता तक शराब पीते पाये गये हैं, जनता शराब पीकर मरती भी रही है वह चाहे जहरीली हो या फिर सस्ती कच्ची शराब। यह अब इतिहास बन चुका है। नेतृत्व में दृढ़ इच्छा शक्ति का अभाव, भ्रष्ट मशीनरी के चलते और इस दिशा में जागरूकता के अभाव के बीच नशाबंदी कारगर हो पायेगी, इसमें संदेह है।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं पर्यावरणविद हैं।)

TAGGED:Bhagalpur Today News in Hindi & SamacharPublic awareness is very important with prohibition - Gyanendra Rawat
Share This Article
Facebook Twitter Copy Link Print
ByDeepak Sharma
Follow:
इस न्यूज़ पोर्टल अतुल्यलोकतंत्र न्यूज़ .कॉम का आरम्भ 2015 में हुआ था। इसके मुख्य संपादक पत्रकार दीपक शर्मा हैं ,उन्होंने अपने समाचार पत्र अतुल्यलोकतंत्र को भी 2016 फ़रवरी में आरम्भ किया था। भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से इस नाम को मान्यता जनवरी 2016 में ही मिल गई थी ।
Previous Article फरीदाबाद : पुलिस ने गिरफ्तार किया शातिर चोर, तीन मामले सुलझाए
Next Article शिकायतों का निर्धारित समयावधि में निपटान किया जाए सुनिश्चित : अंकिता अधिकारी
Leave a Comment Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

vidyasagar international school
vidyasagar international school

Haryana News (हरियाणा न्यूज़)

The 2026-27 budget will be made more sustainable and citizen-friendly: D.S. Dhesi
2026-27 बजट को बनाया जाएगा अधिक टिकाऊ और नागरिक-अनुकूल: डी.एस ढेसी
Faridabad
4000 new ration depots will be allotted in the state: Rajesh Nagar
प्रदेश में 4000 नए राशन डिपो आवंटित होंगे : राजेश नागर
Faridabad
MLA Moolchand takes a strong stance on the problems caused by the construction of the elevated bridge, directing that sewer and water lines be completed within 15 days.
एलिवेटेड पुल निर्माण के कारण पैदा हुई समस्याओं पर विधायक मूलचंद सख्त, 15 दिन में सीवर-पानी लाइनें पूरी करने का निर्देश
Faridabad
On the Delhi-Mathura National Highway, a drunk Scorpio driver completely wrecked a Mercedes and a Thar, leaving one person injured.
दिल्ली-मथुरा नेशनल हाईवे पर नशे में धुत स्कॉर्पियो चालक ने मर्सिडीज और थार के उड़ाए परखच्चे, एक घायल
Faridabad
7 accused arrested for assaulting advocate
अधिवक्ता के साथ मारपीट करने के मामले में 7 आरोपी गिरफ्तार
Faridabad

आज की खोज खबर (Search Top News)

Top Atulya loktantra News

Helpline Number of Electricity
बिजली विभाग हेल्पलाइन नंबर Helpline Number of Electricity in India
26.7k Views
RSS's Lucknow headquarters was the target of terrorists.
आतंकियों के निशाने पर था RSS का लखनऊ हेडक्वार्टर
22.3k Views
Controversy erupts over comedian Kunal Kamra's T-shirt, which features a dog and the RSS-like wording.
कॉमेडियन कुणाल कामरा की टी-शर्ट पर विवाद, कुत्ते के साथ RSS जैसा शब्द लिखा
22.1k Views
Online Hindi To English Barakhadi | क से ज्ञ तक इंग्लिश में बाराखड़ी (PDF+Chart)
PDF+Chart Online Hindi To English Barakhadi-क से ज्ञ तक इंग्लिश में बाराखड़ी
22k Views
Rules to be made for feeding dogs on government campuses
सरकारी कैम्पस में कुत्तों को खाना खिलाने के नियम बनेंगे
19.5k Views
RSS chief Bhagwat said – dependence should not become a compulsion: Pahalgam attack revealed friends and enemies.
RSS प्रमुख भागवत बोले- निर्भरता मजबूरी न बने, पहलगाम हमले से दोस्त-दुश्मनों का पता चला
18.7k Views
Patanjali Dairy Product Cow Milk, Paneer Rate List
10.2k Views
Kharge said – RSS should be banned, this is what Sardar Patel did.
खड़गे बोले-RSS पर बैन लगे, सरदार पटेल ने यही किया
9.8k Views
Water proof mobile - वाटरप्रूफ मोबाइल फोन्स 2025
Water proof mobile – वाटरप्रूफ मोबाइल फोन्स 2025
9.5k Views
GTA Mobile Bullet - डाउनलोड कैसे करें मोबाइल पर, जानें यहां
GTA Mobile Bullet – डाउनलोड कैसे करें मोबाइल पर, जानें यहां
4.8k Views

India Top News (इंडिया न्यूज़)

Kashmiri Youth Exchange Programme: On the fifth day of the programme, Kashmiri youth visited historical and cultural industrial sites of Faridabad.
कश्मीरी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम : कार्यक्रम के पांचवे दिन कश्मीरी युवाओं ने फरीदाबाद के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक औद्योगिक स्थलों का दौरा किया
22k Views
Food Supply Minister Rajesh Nagar appeared strict regarding the working style of private builders, gave orders - solve the problems of the public.
निजी बिल्डर की कार्यशैली को लेकर सख्त नजर आए खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेश नागर, दिए आदेश- जनता की समस्या दूर करें
22k Views
Arya Samaj played an important role in the country's independence: Vipul Goyal
आर्य समाज की देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका : विपुल गोयल
21.9k Views
Vanvasi Raksha Parivar Foundation
Vanvasi Raksha Parivar Foundation – वनवासी रक्षा परिवार फाउंडेशन के सेवा कार्य सराहनीय: मूलचंद शर्मा
21.6k Views
Cyber ​​Police Faridabad arrested 32 accused in 12 cases of cyber crime from 21-27 December 2024, recovered ₹ 20 54 210/-
साइबर पुलिस फरीदाबाद ने 21-27 दिसंबर 2024 तक साइबर अपराध के 12 मुकदमों में 32 आरोपी किए गिरफ्तार 20 54 210/-₹ बरामद
21.5k Views

लेटेस्ट ब्रेकिंग न्यूज़

National News

राजस्थान के 100 हॉस्पिटल को बम से उड़ाने की धमकी

1 year ago
National News
National News

हिसार में शुरू होगी गधी के दूध की पहली डेयरी, 1 लीटर की कीमत 7000 रुपये

5 years ago
National News
FaridabadNational News

निकिता तोमर हत्याकांड: हथियार देने के आरोप में पकड़े गए अजहरुद्दीन का तौसीफ से संपर्क होने को साबित नहीं कर पाई पुलिस, इसलिए मिला संदेह का लाभ

5 years ago
Faridabad National News

राज्य ताजा खबर

vidyasagar international school
vidyasagar international school

Vichar

Lakes formed by melting glaciers will cause devastation: Gyanendra Rawat
तबाही का कारण बनेंगीं ग्लेशियर पिघलने से बनी झीलें : ज्ञानेन्द्र रावत
विचार
The danger of extinction looms over the glaciers of the world: Gyanendra Rawat
दुनिया के ग्लेशियरों पर मंडराता विलुप्ति का खतरा: ज्ञानेन्द्र रावत
विचार
Why is there silence on tampering with faith?: Gyanendra Rawat
आस्था के साथ खिलवाड पर चुप्पी क्यों ?: ज्ञानेन्द्र रावत
विचार
What will happen if there are no trees?: Gyanendra Rawat
पेड़ों के न रहने पर क्या होगा ?: ज्ञानेन्द्र रावत
विचार
देश में आज भी समय पर नहीं मिलता न्याय : ज्ञानेन्द्र रावत
देश में आज भी समय पर नहीं मिलता न्याय : ज्ञानेन्द्र रावत
विचार

National News

BJP to observe 'Atal Smriti Year': An important meeting of the Faridabad district executive committee will be held on December 21.
भाजपा मनाएगी ‘अटल स्मृति वर्ष’: 21 दिसंबर को फरीदाबाद जिला कार्यकारिणी की होगी अहम बैठक
3 days ago
The 'Viksit Bharat-G Ram Ji' scheme will replace the MNREGA scheme.
मनरेगा स्कीम की जगह लेगा ‘विकसित भारत-जी राम जी’
6 days ago
Amidst the uproar, the VB-G RAM G bill was passed by the Lok Sabha.
हंगामे के बीच VB–G RAM G बिल लोकसभा से पास
3 days ago
Bengaluru: The wife kept pleading for help for her injured husband.
बेंगलुरु- घायल पति की मदद के लिए गिड़गिड़ाती रही पत्नी
4 days ago
Due to pollution in Delhi, 50% of employees are required to work from home.
दिल्ली में पॉल्यूशन, 50% एम्प्लॉइज को वर्क फ्रॉम होम अनिवार्य
4 days ago
Follow US
  • About
  • Contact
  • Advertise With Us
  • Privacy policy
  • Disclaimer
  • Fact-Checking Policy
Play
Play
Play
Twitter Follow
Youtube Subscribe
Welcome Back!

Sign in to your account