कांग्रेस में नए अध्यक्ष के नामों को लेकर सियासी अटकलें तेज हैं। इसी बीच पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बुधवार को कहा- राहुल गांधी नामांकन के दौरान भारत जोड़ो यात्रा पर रहेंगे और वे दिल्ली नहीं जाएंगे। रमेश के इस बयान के बाद यह तय हो गया है कि राहुल पार्टी के अध्यक्ष पद की कमान नहीं संभालेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर दिल्ली में भी हलचल शुरू हो गई है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत आज सोनिया गांधी से मुलाकात करने पहुंचे हैं। वहीं, सांसद शशि थरूर सुबह कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे और सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी से मुलाकात की। पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेता अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं।
राहुल 23 को सोनिया से मिलेंगे, नए अध्यक्ष के नाम पर चर्चा संभव
राहुल गांधी 23 सितंबर को भारत जोड़ो यात्रा से ब्रेक लेकर दिल्ली आएंगे। रमेश ने कहा कि राहुल अपनी मां सोनिया से मिलेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक राहुल इस दौरान सोनिया से नए अध्यक्ष के नाम को लेकर चर्चा कर सकते हैं। सोनिया गांधी ने 20 सितंबर को संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को केरल से वापस बुलवाया था।
24 साल बाद गैर-गांधी के हाथ में जाएगी कांग्रेस की कमान
राहुल के चुनाव नहीं लड़ने के बाद कांग्रेस की कमान गैर-गांधी के हाथ में जाना तय माना जा रहा है। 1998 में सीताराम केसरी को हटाकर सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष चुनी गई थीं। उसके बाद 2017 में राहुल कांग्रेस अध्यक्ष बने थे, लेकिन 2019 में उन्होंने पद छोड़ दिया था। 2019 के बाद से सोनिया अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर कांग्रेस की कमान संभाल रही हैं, लेकिन हेल्थ इश्यू की वजह से उन्होंने अध्यक्ष बनने से इनकार कर दिया है।
राहुल ने कहा था- चुनाव बाद इस पर बात करूंगा
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान 9 सितंबर को तमिलनाडु में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल ने कहा था कि वे चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इस पर बाद में बात करेंगे। उन्होंने आगे कहा- मैंने इस पर अपना फैसला कर लिया है, मेरे मन में अब कोई भ्रम नहीं है। अगर मैं चुनाव नहीं लड़ा, तो आपको इसकी वजह भी बता दूंगा।