नई दिल्ली: कोरोनावायरस की वजह से कोई ऐसा सेक्टर नहीं बचा है जो प्रभावित न हुआ हो। ऐसे में केन्द्र सरकार ने रिटेलर्स और होलसेल कारोबारियों को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) के दायरे में शामिल करने का फैसला लिया है। ज्ञात हो कि कोरोना महामारी के चलते खुदरा और थोक व्यापारियों को भारी नुकसान पहुंचा है। व्यपारियों को इस संकट से उबारने के लिए सरकार ने यह फैसला लिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस फैसले को ऐतिहासिक करार दिया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि हमारी सरकार ने खुदरा और थोक व्यापार को एमएसएमई के रूप में शामिल करने का एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। सरकार के इस फैसले से हमारे करोड़ों व्यापारियों को आसानी से ऋण मिलने में मदद मिलेगी। इससे उन्हें कई अन्य लाभ मिलेंगे और कारोबार को भी बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा है कि सरकार व्यापारियों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।