कैदियों ने जेल में काफी तोड़-फोड़ की और ईंट-पत्थर भी फेंके साथ ही लाइट, सीसीटीवी कैमरे को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। डीजी ने घटना के कारणों और जेल हुए नुकसान का पता लगाने का आदेश दिया है।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जेल के कर्मचारियों द्वारा एक बैरक की अचानक जांच किये जाने के दौरान यह दंगा भड़का। पुलवामा जेल में कुछ संदिग्ध गतिविधि के बाद अधिकारियों के औचक जांच करने पर कैदी हिंसा पर उतारू हो गए।
उन्होंने बताया, कि’कैदियों ने ईंट-पत्थर फेंके और कुछ भवनों में तोड़फोड़ की, लाइट, सीसीटीवी कैमरे को क्षतिग्रस्त कर दिया। वहीं कुछ कैदियों ने फरार होने की भी कोशिश की लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उनके प्रयास को नाकाम कर दिया।’
डीजीपी वीके सिंह ने जेल परिसर का दौरा कर स्थिति की समीक्षा की। जिसके बाद डीजी ने घटना के पीछे के कारणों का पता लगाने समेत विभिन्न पहलुओं की जांच करने और कैदियों द्वारा किए गए नुकसान का पता लगाने की बात कही है।