देश के ज्यादातर हिस्सों में मानसूनी बारिश जारी है। राजस्थान के अलवर में सोमवार को भारी बारिश के चलते सड़कों पर दो फीट तक पानी भर गया।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा-यमुना में बाढ़ जैसे हालात हैं। घाट की तरफ 500 मीटर आगे तक पानी भर गया है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी में सोमवार रात 4 जगह बादल फटने से भारी नुकसान हुआ। बाढ़ और लैंडस्लाइड से अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है, 16 लोग लापता हैं। 10 घरों को नुकसान पहुंचा है।
उत्तराखंड में सोमवार को कोटद्वार-बद्रीनाथ मार्ग पर सतपुली के पास लैंडस्लाइड की वजह से पौड़ी-मेरठ नेशनल हाईवे बंद हो गया। उत्तरकाशी में लैंडस्लाइड के कारण यमुनोत्री हाईवे बंद हो गया है।
उत्तर प्रदेश के बरेली में बारिश के चलते मिट्टी की एक दीवार गिर गई। मलबे में दबकर 15 साल के एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि 8 साल का एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। ग्रामीणों ने घायल का रेस्क्यू करके अस्पताल पहुंचाया। घटना फरीदपुर थाना के अहीर गोटिया गांव की है।
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटनाओं पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने कहा- पर्यटकों से अनुरोध है कि नदियों, नालों या ऊंचे पहाड़ों के पास जाने से बचें। शहरी इलाकों में उन्हें कोई खतरा नहीं है। राज्य के भीतरी इलाकों में लैंडस्लाइड की घटनाएं हो रही हैं। ऐसे में उन इलाकों जाने से बचें।
ओडिशा के बालासोर जिले में बाढ़ जैसे हालात हैं। अधिकारियों ने बताया कि जिले करीब 100 गांवों में खेत और मकानों में पानी भर गया है। इलाके में भारी बारिश और झारखंड की ओर से छोड़े गए पानी की वजह से स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इससे भोगरी, बलियाबाल, जलेस्वर और बस्ता ब्लॉक में बाढ़ आ गई है।

