मुंबई पुलिस को बुधवार को 26/11 जैसा आतंकी हमला करने की धमकी दी गई है। कंट्रोल रूम में फोन करके एक व्यक्ति ने कहा कि अगर सीमा हैदर वापस नहीं आईं तो भारत बर्बाद हो जाएगा। 26/11 जैसा हमला दोबारा होगा। जांच एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं।
इससे पहले 11 जुलाई को बलूचिस्तान से आतंकी संगठन ने एक वीडियो जारी करके भारत को धमकी दी थी। एक हथियारबंद आतंकी सीमा हैदर को पाकिस्तान वापस भेजने की बात कह रहा था। आतंकी धमकी देता है कि अगर सीमा और उसके चार बच्चों को पाकिस्तान को नहीं सौंपा गया तो इसका अंजाम पाकिस्तान में मौजूद हिंदुओं और दूसरे गैर मुस्लिमों को भुगतना होगा।
इधर, सीमा का दावा है कि पबजी गेम के जरिए उसका संपर्क नोएडा में रहने वाले सचिन से हुआ। दोनों में प्यार हुआ। इसके बाद सीमा चार बच्चों को लेकर नेपाल पहुंची। वहां से बस के जरिए भारत आई और नोएडा में सचिन से शादी के बाद वहां 50 दिन रही। राज खुला तो सीमा और सचिन को गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल, दोनों जमानत पर हैं।
लात-घूंसों से पिटती रही, तंग आकर छोड़ा घर सीमा हैदर ने भास्कर से बातचीत में कहा था कि वो 2015 में पहली बार मां बनी, लेकिन पति का बर्ताव नहीं बदला। मैं लात-घूंसों से पिटती रही। आखिर में तंग आकर मैं उसका घर छोड़कर मायके आ गई, तलाक लेने की कोशिश की, लेकिन 2 महीने बाद ही पापा ने मुझे फिर उसके पास भेज दिया। इस बीच, मैं और 2 बच्चों की मां बनी, 2 बेटियां और एक बेटा हो गया। चौथी बार प्रेग्नेंट हुई, तब गुलाम हैदर सऊदी अरब चला गया। उसके बाद लौटकर नहीं आया।
पाकिस्तान में बार-बार प्रेग्नेंट होना औरत की मजबूरी
सीमा ने कहा- “आज वह जिन बच्चों का वास्ता दे रहा है, उसने अपनी सबसे छोटी बेटी का तो मुंह तक नहीं देखा। कभी बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, उनकी परवरिश की चिंता नहीं की। बस कभी कभार घर चलाने के लिए कुछ पैसे भेज देता था।”
शौहर देता बच्चों का वास्ता, पर फोन पर दिया तलाक
“गुलाम हैदर बच्चों को प्यार की निशानी कह रहा है, लेकिन बच्चे पैदा करना प्यार की निशानी कैसे हो सकता है? पाकिस्तान में हम औरतों के लिए बार-बार प्रेग्नेंट होना मजबूरी है, मर्जी या प्यार नहीं। सऊदी जाने के बाद भी मेरा शौहर मुझ पर शक करता रहा, मुझे परेशान करता रहा। एक दिन उसने फोन पर ही मुझे 3 तलाक दे दिया। फिर उसके बाद कभी हम दोनों में बात नहीं हुई।”
पर्दे और बंदिश में जीती हैं गांव की औरतें
“ऐसे हालात में पापा मेरी छोटी बहन और भाई को गांव में छोड़कर मेरे पास आ गए। बड़ी बहन की शादी पहले हो चुकी थी। पापा ने ही मेरा और बच्चों का खर्च उठाया। गांव में औरतों पर इतनी पाबंदियां हैं कि मैं बाहर जाकर कुछ काम भी नहीं कर सकती थी। सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना, वीडियो बनाना भी महिलाओं के लिए आसान नहीं है। मैं सारा दिन घर पर रहती, बच्चों को पालती।”
स्मार्टफोन मिला तो बेटे के साथ खेलती गेम, छुपकर बनाती वीडियो
सीमा बताती हैं- “पहले मेरे पास बटन वाला बेसिक फोन था। 2020 में पहली बार टचस्क्रीन वाला मोबाइल मिला, तब इंटरनेट चलाना शुरू किया। धीरे-धीरे छुप-छुपकर इंस्टाग्राम और टिकटॉक पर वीडियो बनाने लगी। बेटे के साथ फ्री फायर जैसे ऑनलाइन गेम खेलने शुरू किए तो पबजी गेम के बारे में पता चला।”

