नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार 22 जनवरी को होने जा रहे राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय को लेटर लिखा है। इसमें उन्होंने न्योता भेजे जाने का आभार जताया है।
उन्होंने ये भी लिखा- 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पूरा होने के बाद मैं समय निकालकर दर्शन के लिए आऊंगा। तब तक राम मंदिर का निर्माण कार्य भी पूरा हो जाएगा। इधर, लालू प्रसाद यादव ने भी अयोध्या जाने से इनकार कर दिया है।
आज (17 जनवरी) को शरद पवार महाराष्ट्र के बेलगांव के निपानी में एक कार्यक्रम में पहुंचे। यहां उन्होंने कहा- बाबरी मस्जिद गिराने के बाद मंदिर बनाने का जब विचार हुआ तब राजीव गांधी पीएम थे। उन्होंने मंदिर निर्माण की इजाजत दी और मंदिर का शिलान्यास भी किया। फिर कुछ लोग कोर्ट गए। कोर्ट ने अभी मंदिर बनाने की इजाजत दी, तब से मंदिर निर्माण का कार्य जारी है।
कांग्रेस ने 10 जनवरी को रामलला मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाने से इनकार कर दिया था। पार्टी के जारी लेटर में कहा गया था कि सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन समेत सभी कांग्रेस नेता इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। ये कार्यक्रम भाजपा ने राजनीतिक लाभ के लिए आयोजित किया है। धर्म निजी मामला है, लेकिन BJP/RSS ने मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम को अपना इवेंट बना लिया है।

