संसद के शीतकालीन सत्र का बुधवार को 18वां दिन था। लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में अंबेडकर के अपमान को लेकर हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने सदन में जय भीम और माफी मांगो के नारे लगाए।
कांग्रेस और विपक्ष के अन्य सांसदों का आरोप है कि गृहमंत्री अमित शाह ने बाबा साहेब का अपमान किया है। एक दिन पहले मंगलवार को राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने संविधान पर चर्चा की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि अगर वे (कांग्रेस) जितनी बार अंबेडकर का नाम लेते हैं, उतनी बार भगवान का नाम लेते तो उन्हें स्वर्ग में जगह मिलती।
इस पर राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि विपक्ष के नेता अमित शाह के बयान की सिर्फ 10-12 सेकेंड की वीडियो क्लिप दिखाकर देश को गुमराह कर रहे और विवाद खड़ा कर रहे हैं।
इस पर राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि मैंने भी वीडियो दो बार देखा, उसमें कुछ भी गलत नहीं था। बाबा साहेब के आदर्शों से इतर उसमें कोई अन्य बात नहीं थी। इसके बाद दोनों सदन पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिए गए।
उधर, सूत्रों के मुताबिक वन नेशन वन इलेक्शन पर बनने जा रही जेपीसी के पैनल में कांग्रेस सांसदों प्रियंका गांधी और मनीष तिवारी का नाम भेजा गया है।
भाजपा सांसद बोले- कांग्रेस ने गृह मंत्री के भाषण में कट पेस्ट किया
भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, गृह मंत्री अमित शाह का कल का भाषण ऐतिहासिक था। कांग्रेस ने इसे कट-पेस्ट किया और गलत सूचना फैलाई। कांग्रेस ने बाबासाहेब को दो बार हराया। बाबासाहेब ने उनके गलत आचरण के कारण इस्तीफा दे दिया था। बाबासाहेब का विरोध करने वाले आज वोट की राजनीति के लिए उनका नाम लेकर गलत सूचना फैला रहे हैं।
RJD सांसद बोले- क्या गारंटी है वन नेशन वन इलेक्शन आगे काम करेगा
आरजेडी सांसद मनोज कुमार झा ने कहा, एक राष्ट्र एक चुनाव हमारे देश में पहले भी था। लेकिन बाद में वह खत्म हो गया? क्या गारंटी है कि यह आज भी काम करेगा?

