शराब नीति केस से जुड़े मामले में CBI ने शनिवार को अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की वजह बताई। CBI के वकील एडवोकेट डीपी सिंह ने कहा, हम सुप्रीम कोर्ट को 4 जून के बाद हुए कुछ नए घटनाक्रमों के बारे में जानकारी देंगे, जिसके कारण हमें अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करना पड़ा।
जांच एजेंसी ने कहा- इस मामले में बाकी आरोपियों की जांच लगभग पूरी हो गई है। सिर्फ दिल्ली CM की भूमिका की जांच करनी है।
पत्नी सुनीता बोलीं- NDA के एक सांसद के बयान से केजरीवाल अरेस्ट हुए
केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर CBI का बयान सामने आने के 3 घंटे बाद ही दिल्ली CM की पत्नी ने 3 मिनट 52 सेकेंड का एक वीडियो मैसेज जारी किया। जिसमें उन्होंने कहा कि, केजरीवाल को सिर्फ इसलिए अरेस्ट किया गया क्योंकि NDA के एक सांसद ने डर से बयान बदल लिया था।
अब पढ़िए सुनीता केजरीवाल का वीडियो मैसेज…
क्या आपको पता है केजरीवाल को अरेस्ट क्यों किया है। केजरीवाल जी को NDA के एक सांसद के बयान के आधार पर गिरफ्तार किया है। उनका नाम मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी है। 17 सितंबर 2022 को श्रीनिवासुलु के ठिकानों पर ED छापा मारती है। उनसे पूछा गया कि क्या वो कभी केजरीवाल जी से मिले हैं। उनका जवाब था- हां, मैं 16 मार्च 2021 को दिल्ली सचिवालय में केजरीवाल से मिला था। मगुंटा दिल्ली में एक चैरिटेबल ट्रस्ट खोलना चाहते थे उसके लिए दिल्ली में जमीन के लिए CM से मुलाकात की। केजरीवाल ने कहा- जमीन LG के पास है, एप्लीकेशन दे दो। हम देखते हैं।
ED को रेड्डी का जवाब पसंद नहीं आया। ईडी ने कुछ दिन बाद रेड्डी के बेटे को अरेस्ट कर लिया। फिर से मगुंटा के बयान लिए गए, लेकिन वो अपने पुराने बयान दोहराते रहे क्योंकि वही सच था। इसके बाद रेड्डी के बेटे की बेल खारिज होती रही। इस सदमे से रेड्डी की बहू ने सुसाइड करने की कोशिश की। बूढ़ी मां बीमार हो गई। ये देखकर एक बाप टूट गया। 17 जुलाई 2023 को पिता रेड्डी ने ईडी में अपना बयान बदल दिया। उन्होंने कहा- ’16 मार्च 2021 को वे केजरीवाल से मिले थे, पांच मिनट बात हुई। वहां 10-12 लोग बैठे थे। वहां केजरीवाल ने मुझसे कहा कि दिल्ली में आप शराब का काम शुरु करो। बदले में आम आदमी पार्टी को 100 करोड़ रुपए दे दीजिए। इस बयान के अगले दिन रेड्डी के बेटे को जमानत मिल गई।
जाहिर है रेड्डी का यह बयान झूठा है। उनके बेटे और परिवार को पांच महीने प्रताड़ित किया गया। जिसके चलते उन्होंने बयान बदला। इससे एक बात साफ है कि आपके बेटे केजरीवाल को एक गहरे राजनीतिक साजिश का शिकार बनाया गया। वो एक पढ़े-लिखे और कट्टर ईमानदार व्यक्ति हैं।
दिल्ली हाईकोर्ट ने CBI से सात दिन में जवाब मांगा था
एक दिन पहले 5 जुलाई को केजरीवाल की जमानत याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई थी। जस्टिस नीना बंसल की बेंच ने शराब नीति घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार के केस में CBI से 7 दिन में जवाब मांगा है।
कोर्ट ने दिल्ली CM से भी यह सवाल किया कि ट्रायल कोर्ट में अपील करने की जगह वे सीधे हाईकोर्ट क्यों पहुंचे। मामले की अगली सुनवाई 17 जुलाई को होगी।
CBI ने केजरीवाल को 26 जून को गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल वे 12 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में हैं। दिल्ली CM शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पहले से ही तिहाड़ जेल में बंद हैं।
2 दिन पहले दायर की थी जमानत याचिका
केजरीवाल ने CBI केस में जमानत के लिए याचिका 3 जुलाई को लगाई थी। उनके वकील रजत भारद्वाज ने हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस मनमोहन और जस्टिस तुषार राव गेदेला से जल्द सुनवाई करने की मांग की थी।
रजत भारद्वाज ने कहा था कि केजरीवाल को बिना सही न्यायिक प्रक्रिया का पालन किए हिरासत में ले लिया गया था। उन्होंने कहा था कि 4 जुलाई को ही इस पर सुनवाई होनी चाहिए।
इस पर जस्टिस मनमोहन ने कहा था कि संबंधित जज को दस्तावेज पढ़ने का समय मिलना चाहिए। इसके बाद मामले को 5 जुलाई के लिए लिस्ट किया गया था।
गिरफ्तारी-हिरासत को भी हाईकोर्ट में चुनौती
केजरीवाल ने CBI केस में अपनी गिरफ्तारी और 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के फैसले को भी हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। इस मामले में जस्टिस नीना बंसल ने 2 जुलाई को सुनवाई की और CBI को नोटिस जारी कर 7 दिन में जवाब दाखिल करने को कहा। मामले की अगली सुनवाई 17 जुलाई को होगी।
केजरीवाल के खिलाफ ED-CBI के अलग-अलग मामले
केजरीवाल पर दो मामले दर्ज हैं। पहला ED का, जिसमें उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया है। ED ने केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। दूसरा CBI का, जिसे शराब नीति में भ्रष्टाचार को लेकर दर्ज किया गया। इस केस में 26 जून को केजरीवाल को दोबारा गिरफ्तार किया गया।
यह केस दिल्ली LG वीके सक्सेना की शिकायत पर दर्ज हुआ था। दोनों मामले अलग-अलग दर्ज किए गए हैं, इसलिए इनमें गिरफ्तारी भी अलग-अलग हुई है।

