संसद सत्र के सातवें दिन (2 जुलाई) को राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ और नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच तीखी बहस हुई। खड़गे ने बहस के बीच धनखड़ से कहा कि मुझे कांग्रेस अध्यक्ष बनाने वाली सोनिया गांधी हैं, आप नहीं।
इसके जवाब में सभापति धनखड़ ने खड़गे को कहा कि आपको किसने बनाया, ये आप जाने। लेकिन आप हर बार चेयर को नीचा नहीं दिखा सकते। इस देश और संसदीय लोकतंत्र और राज्यसभा की कार्यवाही के इतिहास में चेयर के प्रति इतनी अवहेलना कभी नहीं हुई, जितनी आपने की।
धनखड़ ने जयराम रमेश को खड़गे की जगह लेने को कहा, इससे शुरू हुआ विवाद
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान सांसद प्रमोद तिवारी बोल रहे थे। इसी दौरान सभापति धनखड़ की मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस सांसद जयराम रमेश के साथ बहस हुई। धनखड़ ने कहा कि जयराम रमेश बार-बार उन्हें टोक रहे थे।
जब जयराम खुद बोलने के लिए खड़े हुए तो धनखड़ ने कहा, ‘जयराम रमेश, आप समझदार हैं, आप प्रतिभासंपन्न हैं, गुणवान हैं, आपको तो तुरंत आकर खड़गे की जगह ले लेनी चाहिए क्योंकि आप खड़गे का ही काम कर रहे हैं।’
इस पर खड़गे ने कहा, ‘देखिए, ये वर्ण व्यवस्था जो आपके दिमाग में छपी हुई है, उसे यहां बीच में मत लाइए। इसी वजह से आप रमेश को समझदार और बुद्धिमान कह रहे हैं और मुझे बेवकूफ बता रहे हैं, ताकि वे मेरी जगह ले सकें।’
धनखड़ ने कहा कि खड़गे को उनकी बात समझ नहीं आई और उनके शब्दों का गलत अर्थ निकाला गया।
धनखड़ से खड़गे बोले- आपने मुझे अध्यक्ष नहीं बनाया
इसके बाद खड़गे ने कहा कि यह पद मुझे कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने दिया था। मुझे सोनिया गांधी ने अध्यक्ष बनाया है। यह पद देने का अधिकार सिर्फ सोनिया गांधी के पास है, न धनखड़ के पास और न जयराम रमेश के पास। मुझे जनता ने बनाया है।
इस पर धनखड़ ने खड़गे से कहा कि मैं उस स्तर पर नहीं आना चाहता। आपको किसने बनाया, ये आप जाने। आप हर बार चेयर को नीचा नहीं दिखा सकते। हर बार चेयर का अपमान नहीं कर सकते। आप अचानक खड़े हो जाते हैं और जो आपके मन में आता है वह कहने लगते हैं, ये समझे बिना कि मैं क्या कह रहा हूं।
धनखड़ ने कहा कि इस देश, संसदीय लोकतंत्र और राज्यसभा की कार्यवाही के इतिहास में सभापति का ऐसा अपमान नहीं हुआ है, जैसा आपने किया है। आपको आत्मचिंतन करने की जरूरत है। मेरे अंदर बहुत सब्र है। मैं खून का घूंट पी सकता हूं। मैंने क्या-क्या बर्दाश्त किया है, कितना बर्दाश्त किया है।
धनखड़ बोले कि मैंने एक छोटा सा मुद्दा उठाया था और आपने मेरी बातों को कैसे घुमाया। मुझे पीड़ा होती है, जब आपके जैसे सीनियर नेता ऐसी बातें करते हैं। आपकी गरिमा पर कई बार हमला हुआ है। मैंने हर बार आपकी गरिमा की रक्षा करने की कोशिश की है।

