लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए प्रधानमंत्री मोदी आज पश्चिम बंगाल और ओडिशा के दौरे पर हैं। बंगाल के मथुरापुर में रैली के दौरान उन्होंने पश्चिम बंगाल की TMC सरकार की नीतियों की आलोचना की।
34 मिनट के भाषण में उन्होंने बंगाल के विकास और कांग्रेस काल के भारत का भी जिक्र किया। मोदी ने कहा- TMC बंगाल की पहचान को खत्म करने में लगी है। ये बंगाल के मठों को, साधु संतों तक को नहीं छोड़ रहे।
मोदी ने आगे कहा कि TMC इस्कॉन, रामकृष्ण मठ और भारत सेवाश्रम जैसी संस्थाओं को गाली दे रही है। इनके गुंडे मठों पर हमला कर रहे हैं। 500 साल बाद अयोध्या में प्रभु राम का मंदिर बना है।
राम मंदिर हमारी आस्था का केंद्र है। TMC के लोग राम मंदिर को अपवित्र बताते हैं। ऐसी TMC कभी भी बंगाल की संस्कृति की रक्षा नहीं कर सकती।
केंद्र की नीतियों पर
TMC की जिद का बहुत बड़ा नुकसान इस क्षेत्र के लाखों मछुआरों को हो रहा है। केंद्र सरकार मछुआरे भाई-बहनों के लिए इतनी सारी योजनाएं चला रही है।
हमने पीएम मत्स्य संपदा योजना शुरू की, जिसके लिए 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का फंड दिया गया, लेकिन यहां भी TMC सरकार का वही रवैया रहा है।
- TMC के शासन पर
TMC और इंडी जमात वाले बंगाल को विपरीत दिशा में लेकर जा रहे हैं। BJP से बंगाल के लोगों का प्यार TMC को बर्दाश्त नहीं हो रहा है। इसलिए TMC बुरी तरह बौखलाई हुई है।
हम (भाजपा) विकसित और सुरक्षित बंगाल की यात्रा शुरू करेंगे। विकसित भारत के लिए विकसित बंगाल का निर्माण जरूरी है। ये तभी होगा जब आप ऐसे MP चुने, जो इस विजन को लेकर चलें।
भाजपा को मिल रहे जन समर्थन पर
चक्रवात और कठिन परिस्थितियों के बावजूद, आप सभी ने बाहर आने और यहां एक विशाल रैली आयोजित करने का निर्णय लिया। आपके समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं।
आपका ये स्नेह साफ-साफ संदेश दे रहा है कि भाजपा इस चुनाव में भारी जनादेश हासिल करने जा रही है। 2024 का ये लोकसभा चुनाव कई मायनों में अलग है, अद्भुत है।
ये चुनाव खुद आगे बढ़कर देश की जनता लड़ रही है। क्योंकि, जनता ने 10 साल की विकास यात्रा भी देखी है और 60 वर्षों की दुर्गति भी देखी है।
- देश के विकास और पिछली सरकार की नीतियों पर
करोड़ों गरीब जीवन की मूलभूत सुविधाओं से वंचित थे। भारत जैसे देश में भुखमरी की खबरें आम होती थी। करोड़ों लोगों के सिर पर छत नहीं थी। महिलाएं खुले में शौच जाने के लिए मजबूर थी।
पीने के लिए पानी नहीं था। 18 हजार से ज्यादा गांवों में बिजली नहीं थी। उद्योगों के लिए संभावनाएं भी नहीं थी। सबसे बड़ा दुर्भाग्य ये भी था कि सुधार के लिए चर्चा भी नहीं होती थी।
वही भारत आज जब नई रफ्तार से आगे बढ़ रहा है, तो पूरी दुनिया देख रही है। आज पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। ये सब आपके एक वोट की ताकत से संभव हुआ है।

