नई लॉन्च हुई मुंबई सेंट्रल-गांधीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस शुक्रवार को फिर मवेशी से टकरा गई। दो दिनों में इस तरह की यह दूसरी घटना है। एक अधिकारी ने बताया कि गांधीनगर से जाते समय बड़ोदरा सेक्शन में आनंद स्टेशन के पास ट्रेन के आगे गाय आ गई, इससे ट्रेन के आगे के हिस्से में मामूली डेंट पड़ा है। हालांकि, 10 मिनट रूकने के बाद ट्रेन को फिर रवाना कर दिया गया।
इससे पहले वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन गुरुवार को अहमदाबाद रेलवे स्टेशन के पास भैंसों के झुंड से टकरा गई थी। हादसे में चार भैंसों की मौत हो गई थी। इसमें वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन का फ्रंट का हिस्सा टूट गया था। यह घटना सुबह करीब 11 बजे हुई। इसके बाद कुछ देर के लिए ट्रेन खड़ी रही। हालांकि, ट्रैक से भैंसों के शव हटाए जाने के करीब 8 मिनट ट्रेन को 11:27 बजे फिर रवाना किया गया। बता दें कि रेलवे सुरक्षा बल ने भैसों के मालिक पर FIR दर्ज की है।
30 सितंबर को पीएम ने दिखाई थी हरी झंडी
नई पीढ़ी की इस वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन को 30 सितंबर को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। नए अपग्रेड के साथ यह ट्रेन अधिकतम 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ सकती है। हालांकि, अभी इसकी अधिकतम गति 130 किलोमीटर प्रति घंटे निर्धारित की गई है। मोदी ने गांधीनगर से लेकर अहमदाबाद तक इसमें यात्रा भी की थी।
देश की तीसरी ट्रेन है
गांधीनगर से मुंबई के बीच चलने वाली 20901 वंदे भारत एक्सप्रेस सप्ताह में छह दिन चल रही है। यह ट्रेन मुंबई सेंट्रल से सुबह 06.10 बजे रवाना हो कर सुबह 08.50 बजे सूरत पहुंचती है। सुबह 10.20 बजे यह वडोदरा और 11.35 बजे अहमदाबाद पहुंचती है। दिन में 12.40 बजे यह अपने फाइनल डेस्टिनेशन मतलब गांधीनगर पहुंचती है। वापसी में यह गांधीनगर दिन में 14.05 बजे रवाना हो कर 14.40 बजे अहमदाबाद पहुंचती है। शाम 16.00 बजे वडोदरा, 17.40 बजे सूरत और रात में 20.35 बजे मुंबई सेंट्रल पहुंचती है।
सिक्योरिटी से लैस वंदे भारत ट्रेन
ट्रेन का डिजाइन इस तरह से बनाया गया है कि इसमें झटके महसूस नहीं होंगे। सुपीरियर राइड क्वालिटी होने से चलती ट्रेन में पानी का गिलास तक नहीं छलकेगा।
- इंजन: ट्रेन सेल्फ प्रोपेल्ड इंजन युक्त होगी, यानी इसमें अलग से इंजन नहीं होता है। आगे और पीछे, दोनों तरफ लोको पायलट केबिन बने होंगे।
- जीपीएस: ट्रेन में जीपीएस सिस्टम लगा होने से इसकी लोकेशन मोबाइल पर भी चेक कर सकेंगे। मोबाइल एप पर ट्रेन का टाइम व लोकेशन शो होगी।
- सीसीटीवी: सिक्योरिटी के लिहाज से सीसीटीवी भी लगे होंगे।
- वैक्यूम बेस्ड बायो टायलेट: कोच के टॉयलेट वैक्यूम बेस्ड बायो टायलेट होंगे। जैसे फ्लाइट में होते हैं। इससे टॉयलेट क्लीन रहेंगे।
- इमरजेंसी पुश बटन: कोच में इमरजेंसी पुश बटन होगा, इससे किसी भी तरह की इमरजेंसी होने पर दबा सकेंगे।
- यूरोपियन स्टाइल चेयर : एग्जीक्यूटिव क्लास की चेयर यूरोपियन स्टाइल की आरामदेह सीट है, जो गोल्डन, वायलेट और पिंक कलर में होती है।
- फ्लाइट जैसी लगेज रैक : इस ट्रेन के लगेज रैक में एलईडी डिफ्यूज लाइट्स लगी हैं, जो अक्सर विमानों में लगी होती हैं।