विजिलेंस डिपार्टमेंट ने एक रिपोर्ट में दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में नकली दवाएं होने की बात कही है। इस पर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने चीफ सेक्रेटरी नरेश कुमार को जांच कराने का निर्देश दिया है। ये भी कहा कि मामले की जांच सीबीआई से कराएं।
मामले पर भाजपा की तरफ से मनोज तिवारी और वीरेंद्र सचदेवा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें आरोप लगाए कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नकली दवाओं के व्यापारी है। उनका सब कुछ नकली है। वहीं, वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि AAP के नेताओं के भ्रष्टाचार के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। ये पार्टी पैसे की भूखी है।
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने चीफ सेक्रेटरी को लिखी चिट्ठी में कहा है कि ये नकली दवाएं दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में लाखों मरीजों को दी जा रही हैं और शायद मोहल्ला क्लीनिक्स में भी बांटी जा रही है। उन्होंने दवाओं की खरीद में किए जा रहे खर्च पर चिंता जताई और दावा किया दूसरे राज्यों के सप्लायर और मैन्युफैक्सरर भी इस धांधली में शामिल हैं।
सक्सेना ने विजिलेंस डिपार्टमेंट की रिपोर्ट के हवाले से कहा कि सरकारी लैबोरेटरी में जो 43 सैंपल भेजे गए थे, उनमें से तीन सैंपल क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गए हैं, जबकि 12 रिपोर्ट अभी आनी बाकी हैं। इसके अलावा प्राइवेट लैब को जो 43 सैंपल दिए गए थे, उनमें से पांच सैंपल क्वालिटी पर खरे नहीं उतरे।

