शाह बोले-2027 तक भारत को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे:समिट में कहा- MP में लैंड-लेबर फोर्स, माइंस-मिनरल्स हैं, इसलिए संभावनाएं ज्यादा
भोपाल5 मिनट पहले
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सीएम मोहन यादव ने भगवान महाकाल का प्रतीक भेंट किया। – Dainik Bhaskar
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सीएम मोहन यादव ने भगवान महाकाल का प्रतीक भेंट किया।
भोपाल के राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में आयोजित दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का मंगलवार को समापन हो गया। अंतिम दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने समिट को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने देश की 130 करोड़ जनता के सामने 2047 तक भारत को पूर्ण विकसित देश बनाने का लक्ष्य रखा है। 2027 तक दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य भी रखा है।
शाह ने कहा कि समिट में लोकल और ग्लोबल इन्वेस्टमेंट के कई डायमेंशन अचीव किए गए हैं। देश में मध्य प्रदेश निवेश के लिए एक बड़ा आकर्षण केंद्र बना है। जो मध्य प्रदेश बीमारू राज्य माना जाता था, उसे बीजेपी की सरकार ने 20 साल में बदलकर रख दिया है। अब यहां विकास के बड़े काम हुए हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि जिस तरह की कार्ययोजना सरकार ने बनाई है, इसमें से अधिकतर एमओयू जमीन पर उतरेंगे।
इससे पहले मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि अब तक सरकार के पास 30 लाख 77000 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव आ चुके हैं। समिट में 5000 से अधिक बी-टू-जी और 600 से अधिक b2b कार्यक्रम हुए हैं। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री को आश्वस्त किया कि 1 साल के अंदर तीनों कानून पूरी तरह से लागू कर दिए जाएंगे।
देश में मध्य प्रदेश निवेश के लिए एक बड़ा आकर्षण केंद्र बना है।
बिजली, पानी, सड़क को लेकर जो मध्य प्रदेश बीमारू राज्य माना जाता था, उसे बीजेपी सरकार ने 20 साल में बदलकर रख दिया है।
बीजेपी सरकार के 20 साल के शासन में आज यहां 5 लाख किमी रोड नेटवर्क है। 6 हवाई अड्डे हैं, 31 गीगावॉट की ऊर्जा क्षमता है। इसमें से 30 प्रतिशत ग्रीन एनर्जी है।
देशभर में सबसे ज्यादा खनिज संपदा पैदा करने वाला राज्य हमारा मध्यप्रदेश है।
मध्यप्रदेश देश का कॉटन कैपिटल भी बन गया है। फूड प्रोसेसिंग के लिए भी मप्र महत्वपूर्ण राज्य माना जाता है।
एमपी में एक स्ट्रैटेजिक लोकेशन है। बेहतरीन इंफ्रास्ट्रचर यहां बन चुका है। ईको सिस्टम भी प्रशासन ने उपलब्ध कराया।
मार्केट का एक्सेस भी मप्र से ज्यादा किसी स्टेट को उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा पारदर्शी शासन ने लोगों को इन्वेस्टमेंट के लिए आकर्षित किया है।
यहां लैंड भी है, लेबर फोर्स भी है, माइंस हैं, मिनरल्स हैं, उद्योग की संभावनाएं और अवसर हैं।

