यूपी सरकार हलाल सर्टिफिकेट से जुड़े उत्पादों पर सख्त नियम बनाकर बैन लगा सकती है। सरकार को आशंका है कि हलाल सर्टिफिकेशन के नाम पर अवैध कारोबार हो रहा है। यही नहीं, सर्टिफिकेशन से होने वाली अवैध कमाई से आतंकी संगठनों और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को फंडिंग की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका संज्ञान लिया और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
इधर, लखनऊ के ऐशबाग के रहने वाले शैलेंद्र कुमार शर्मा ने हजरतगंज थाने में गुरुवार 16 नवंबर को हलाल सर्टिफिकेट के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। इसमें हलाल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड चेन्नई, जमीयत उलेमा हिंद ट्रस्ट दिल्ली, हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया मुंबई, जमीयत उलेमा मुंबई के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
शैलेंद्र कुमार ने कहा है कि यह कंपनियां हलाल सर्टिफिकेट अलग-अलग प्रोडक्ट्स के लिए जारी कर रही हैं। इससे लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। यूपी में हलाल सर्टिफिकेट देकर एक धर्म विशेष के ग्राहकों को धर्म के नाम पर कुछ उत्पादों की ब्रिकी बढ़ाने के लिए आर्थिक फायदा दिया जा रहा है।