असम के मशहूर सिंगर जुबीन गर्ग की संदिग्ध मौत मामले में उनके दो पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) को स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया। दोनों का नाम नंदेश्वर बोरा और परेश बैश्य है, जो लंबे समय से जुबीन गर्ग के सिक्योरिटी ऑफिसर थे।
पुलिस ने दोनों को उनके बैंक अकाउंट से पिछले चार-पांच सालों के दौरान ₹1 करोड़ से ज्यादा के लेन-देन के मामले में गिरफ्तार किया है। इनमें से ₹70 लाख बोरा और ₹40 लाख बैश्य के खाते में आए थे। दोनों अफसरों को पहले ही सस्पेंड कर दिया गया था।
सिंगर की मौत मामले में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें जुबीन के चचेरे भाई और DSP संदीपन गर्ग, मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा, सह गायिका अमृतप्रभा महंत, नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के आयोजक श्यामकनु महंत, बैंड के ड्रम मास्टर शेखर ज्योति गोस्वामी शामिल हैं।
जुबीन की 19 सितंबर को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान समुद्र में डूबने से मौत हो गई थी। उस वक्त जुबीन नाव में कुल 17 लोगों के साथ सवार थे। जुबीन जिस कार्यक्रम के लिए सिंगापुर गए थे, उसे श्यामकनु ने ऑर्गनाइज किया था।
जुबीन गर्ग की मौत की जांच प्रक्रिया को लेकर असम सरकार भी सवालों के घेरे में आ गई है। असम के CM हिमंत बिस्वा सरमा के निर्देश पर 23 सितंबर को गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में सिंगर का दूसरी बार पोस्टमॉर्टम हुआ। मगर 17 दिन बाद भी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हुई।
सीएम का कहना है कि रिपोर्ट सार्वजनिक करने से यह ‘कानूनी रूप से अमान्य’ हो जाएगी। सिंगर की पहली पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी मौत का कारण डूबना बताया गया, लेकिन अब जबरन डुबोने, जहर देने और आर्थिक साजिश के आरोपों ने केस को जटिल बना दिया है।
स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने बताया कि जुबीन की मौत के मामले में अब तक राज्य में 10 लोगों के खिलाफ 60 से ज्यादा FIR दर्ज की गई हैं। स्पेशल DGP गुप्ता ने बताया कि सिंगापुर में की गई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट प्रोटोकॉल के अनुसार परिवार को दी जाएगी। सिंगापुर की जांच टीम ने भी काम किया। उन्होंने परिवार से संपर्क भी किया। वहीं, गुवाहाटी में किए गए दूसरे पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट अब तक सामने नहीं आई है।
विसरा सैंपल को डिटेल जांच के लिए दिल्ली के सेंट्रल फोरेंसिक लैब भेजा गया है। गुप्ता ने कहा कि विसरा रिपोर्ट मिलने के बाद पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट तैयार और हमारे पास उपलब्ध हो जाएगी। मौत की असली वजह जानने के लिए पोस्टमॉर्टम के दौरान शरीर के आंतरिक अंगों जैसे आंत, लिवर, किडनी से लिए जाने वाले नमूने विसरा सैंपल (Viscera sample) कहलाते हैं।
पुलिस अधिकारी ने कहा था कि हमें आरोपियों के खिलाफ कुछ सबूत मिले हैं। इसलिए आगे जांच के लिए उनकी गिरफ्तारी जरूरी थी। SIT सूत्रों के मुताबिक, वीडियो में गोस्वामी गर्ग के बहुत करीब तैरते दिखाई दिए, जबकि अमृतप्रभा ने पूरी घटना को अपने मोबाइल पर रिकॉर्ड किया था।

