New Delhi/Atulya Loktantra : इस समय कोरोना के कहर से दुनिया के सभी देश डरे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और दुनियाभर के देशों की सरकारें इसको फैलने से रोकने में लगी हुई है. ऐसे में एक स्टडी ग्रुप की रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें भारत को लेकर बड़ी चेतावनी दी जा रही है. यह समूह बता रहा है कि अगर भारत के लोग और सरकार नहीं संभली तो यहां अगले 7-8 हफ्तों में कोरोना मरीजों की संख्या 1 से लेकर 13 लाख हो जाएगी. क्योंकि यहां जांच की व्यवस्थाएं कम हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने इस स्टडी ग्रुप के हवाले से लिखा है कि अब तक भारत ने अच्छा काम किया है कोरोना को रोकने के लिए, लेकिन भारत के पास टेस्टिंग की क्षमता कम है. ऐसे में कई कोरोना संक्रमित लोग छूट जाएंगे, जो बाद में पूरे समुदाय के लिए दिक्कत करेंगे.
इस स्टडी समूह का नाम है COV-IND 19 Study Group. ये समूह चीन, अमेरिका, इटली और अन्य देशों में वायरस के फैलने के पैटर्न का अध्ययन करने के बाद भारत के आंकड़ों को एनालिसिस कर रहा है. यह भी पता कर रहा है कि भविष्य में कितनी भयावह स्थिति होगी.
मिशिगन यूनिवर्सिटी, जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी, कनेक्टिकट यूनिवर्सिटी और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के बायो और डेटा साइंटिस्ट द्वारा बनाए गए COV-IND 19 समूह का एनालिसिस है कि मई महीने में भारत के ऊपर कोरोना वायरस का प्रकोप बेहद बुरा होगा. कोरोना मरीजों की संख्या कम से कम करीब 1 लाख और अधिकतम 13 लाख हो सकती है.
जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी में काम करने वाली शोधकर्ता देबाश्री रॉय ने बताया कि अब तक जितने लोग भारत में जांचे गए हैं. उनकी संख्या बेहद कम है. अगर लोगों को जांचने की संख्या बढ़ाई नहीं जाएगी तो कोरोना वायरस तीसरे स्टेज में आ जाएगा. यानी सामुदायिक स्तर पर संक्रमण शुरू हो जाएगा.
देबाश्री रॉय ने बताया कि आपको नहीं पता है कि भारत में कितने लोग कोरोना संक्रमण लेकर बाहर घूम रहे हैं. कुछ लोग तो अस्पतालों से भाग रहे हैं. ये समाज के लिए बड़ा खतरा है. भारत में आबादी भी ज्यादा है और उसका घनत्व भी. ऐसे में वायरस फैलने का खतरा बढ़ जाता है.
स्टडी ग्रुप के मुताबिक इसके बाद दिक्कत आएगी आईसीयू बेड्स की. क्योंकि देश में इतने ICU बेड नहीं हैं. अगले कुछ महीनों में भारत की स्थिति और खराब हो सकती है.
15 अप्रैल तक कोरोना पीड़ितों की संख्या 5 हजार के आसपास होगी. जबकि, मई के मध्य में यानी 15 मई तक कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या करीब 1 लाख से 13 लाख हो सकती है.