पलवल (अतुल्य लोकतंत्र ): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अंत्योदय ग्रामोदय मेलों के दृष्टिगत जिला स्तर पर जो काउंसलिंग टीमें लगाई हैं, उन्हें पूरा प्रशिक्षण दें ताकि मेले में आने वाले पात्र को वे पूरी तरह से जागरूक करते हुए उनका मार्गदर्शन कर सकें।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार को चंडीगढ़ से आयोजित विडियो कांफे्रस के माध्यम से राज्य के सभी जिला उपायुक्तों से मुख्यमंत्री परिवार उत्थान योजना के अंतर्गत जिलों में लगाए जा रहे अंत्योदय ग्रामोदय मेलों के संदर्भ आवश्यक जानकारी लेने उपरांत आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने गत दिनों प्रदेश भर में लगाए गए अंत्योदय ग्रामोदय मेलों के दौरान का फीडबैक बारे जानकारी लेते हुए अगले चरण में लगने वाले मेलों के सफलपूर्वक आयोजन को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये।
उन्होंने पहले चरण में लगे मेलों की विस्तृत रिपोर्ट निर्धारित प्रोफार्मा के मुताबिक मुख्यालय पर भिजवाने के निर्देश दिए। विडियो कांफे्रस के दौरान उन्होंने आगामी मेलों के लिए सभी उपायुक्तों के कोई सुझाव, क्वैरी, ऑब्जर्वेशन है, उसकी भी जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेलों में जिन योग्य लाभार्थियों को बुलाया जाना है, उन्हें मेले से पहले उनके घर-घर जाकर विभिन्न टीम के माध्यम से उनकी पूरी काउंसलिंग कर उनका मार्गदर्शन करना है कि वे किस योजना के तहत अपना रोजगार स्थापित करके आगे बढ़ सकते हैं। ऐसा करके इस कार्य को करने में काफी सुगमता होगी।
उन्होंने कहा कि पहले चरण में इस योजना के तहत परिवार के मुखिया को एसएमएस के माध्यम से सूचित करने का काम किया गया था लेकिन, अब उस परिवार के उस सदस्य जिसकी आयु 18 से 35 वर्ष की बीच है, उसे प्राथमिकता देते हुए जो युवा है और स्वरोजगार स्थापित कर आगे बढऩा चाहता है, उसे मेलों में बुलाएं और उसका पूरा मार्गदर्शन करते हुए उसे योजना का लाभ दिलवाएं। इस दौरान यह भी ध्यान रखना है कि उस परिवार की आय एक लाख रुपये वार्षिक से कम हो।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वीडियों कांफे्रस के माध्यम से सभी को स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री परिवार उत्थान के तहत अंत्योदय ग्रामोदय मेलों को लगाए जाने का मुख्य उद्देश्य यही है कि जो परिवार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहा है और उसकी सालाना आय एक लाख रुपए से कम है, उसकी आय को हमें बढ़ाते हुए उसे आगे ले जाने का काम करना है। उन्होंने यह भी कहा कि मेलों के दौरान लोगों में काफी उत्साह है तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों को बेहतर समन्वय के साथ इस कार्य को करते हुए योग्य लाभार्थियों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करते हुए उसके परिवार की आय को बढ़ाना है।
उन्होंने यह भी कहा कि योजना के दृष्टिगत जहां हमें जिस परिवार की वार्षिक आय 1 लाख 80 हजार रुपए से अधिक है, उसका सर्वे करना है, वहीं यह भी सर्वे करना है कि जिस परिवार की वार्षिक आय इससे कम है और वह अति गरीब है, उसे योजना का लाभ दिलवाते हुए समाज की मुख्य धारा में जोडऩा है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मेलों के दौरान जिन योग्य लाभार्थियों ने ऋण के लिए आवेदन करना है, उनमें विश्वास पैदा कराना है कि जिस कार्य एवं स्वरोजगार के लिए उन्हे लोन लेना है, उस कार्य को करते हुए अपनी आमदनी को बढ़ाना है और उसी आमदनी में से बैंक की किस्त भी अदा करनी है। यह लोन मकान बनाने, फीस भरने या अन्य किसी कार्य के लिए नही है।
उपायुक्त कृष्ण कुमार ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाते हुए बताया कि जिला में अभी तक अंत्योदय ग्रामोदय मेले के दौरान चिन्हित योग्य लाभार्थियों की कांउसलिंग भी की गई। आगामी मेलों के लिए जो दिशा-निर्देश मिलें हैं, उनकी अनुपालना के तहत मेलों का सफलतापूर्वक आयोजन करवाया जाएगा। विडियों कांफ्रेंस के उपरांत उपायुक्त कृष्ण कुमार ने सभी प्रशासनिक एवं सबंधित जिलाधिकारियों की बैठक लेकर मुख्यमंत्री परिवार उत्थान योजना के अंतर्गत जिलों में लगाए जा रहे अंत्योदय ग्रामोदय मेलों के सफल क्रियान्वयन के संदर्भ में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों की कैसे-कैसे कांउसलिंग करनी है, मेले से पहले उनके पास पहुंचना है, उन्हें कैसे सुविधा देने और कौन-कौन लोग काउंसलिग करेंगे की पूर्ण तैयारियां सुनिश्चित कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि विडियो कांफे्रस के दौरान जो दिशा-निर्देश मिले हैं, उनकी अनुपालना के तहत हमें मेलों का सफलतापूर्वक आयोजन करवाना है।
विडियो कांफे्रस में अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह, पलवल की एसडीएम वैशाली सिंह, हथीन के एसडीएम लक्ष्मीनारायण, जिला परिषद पलवल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशांत, जिला विकास एवं पंचायत शमशेर सिंह नेहरा, मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी अरविन्द, डीआईओ डी.पी. कुलश्रेष्ठï, एलडीएम विवेक कुमार, ईओ नगर परिषद मनोज कुमार यादव, जिला बाल कल्याण अधिकारी सुरेखा डागर, जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी मैरी मसीह सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।