पलवल/ अतुल्य लोकतंत्र ( मुकेश बघेल): गुप्तचर इकाई पलवल की सूचना पर सीएमफ्फलाईंग ने स्वास्थ्य विभाग व पुलिस को साथ लेकर बिना डिग्री के धतीर गांव में चल रहे एक कलीनिक पर छापेमारी की। कलीनिक पर मरीजों का ईलाज कर रहा व्यक्ति प्रेकिटस से संबंधित कोई कागजात पेश नहीं कर पाया। जिसके खिलाफ गदपुरी पुलिस थाना ने जिला स्वास्थ्य विभाग के मैडिकल अधिकारी की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपी को गिरफतार कर लिया। गदपुरी थाना प्रभारी मौहममद इलियास के अनुसार, जिला स्वास्थ्य विभाग के मैडिकल ऑफिसर डॉ. गौरव चिंदल ने दी शिकायत में कहा है कि सीएम फलाईंग ने सीएमओ को सूचना दी कि धतीर में राज कलीनिक के नाम से एक कलीनिक अवैध रुप से चल रहा है, वहां छापेमारी करनी है। जिसके संबंध में सीएमओ ने उन्हें टीम के साथ नियुक्त किया। शिकायत में कहा है कि जब वे धतीर गांव स्थित राज कलीनिक पर पहुंचे तो वहां एक व्यक्ति मरीजों का इलाज कर रहा था। जो टीम को देखकर कलीनिक के पिछले दरवाजे से भागने लगा। लेकिन उनके साथ मौजूद पुलिस ने उसे वहीं पकड़ लिया और उससे नाम पूछा तो उसने बताया कि वह आमरू गांव का रहने वाला छोटूराम उर्फ राजकुमार है। उन्होंने जब उससे मेडिकल प्रेकिटस व दवाईयों से संबंधित दस्तावेज मांगे तो वह कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाया।
आरोपी ने बताया कि यह कलीनिक कृष्णा कॉलोनी निवासी डॉ. अंकुर साबरनी (बीएएमएस) चलाते हंैऔर वे कभी-कभी कलीनिक पर आते है। उनकी गैर मौजूदगी में वह मरीजों का इलाज करता है। जिसके संबंध में छोटूराम ने एक कागज पेश किया, जिसकी वैधता छह जुलाई वर्ष दो हजार बीस0 थी, जो डॉ. अंकुर साबरनी के नाम था। वहीं, जब छोटूराम से पूछा की आज डॉ. अंकुर आए थे तो उसने कहा नहीं आए। इसके बाद जब उन्होंने फोन पर डॉ. अंकुर से बात की उसने कहा कि वे आज कलीनिक पर आए थे, दोनों के बयानों में भिन्नता पाई गई। मैडिकल ऑफिसर डॉ. गौरव ने बताया कि इस दौरान कलीनिक पर लोगों की भीड़ होने लगी तो वहां से दवाईयों व औजारों को कार्टून में भरकर धतीर पुलिस चौकी ले जाकर उन्हें शील कर दिया गया। पुलिस जांच अधिकारी हरीओम के अनुसार, पुलिस ने डॉकटर की शिकायत पर आरोपी छोटूराम उर्फ राज कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर आरोपी को गिरफतार कर लिया। गुरूवार को पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया, जहां से अदालत ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।