पलवल ( अतुल्य लोकतंत्र ): मुकेश बघेल/जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा खसरा और रूबेला की बीमारी से बचाव के लिए 9 महीने से 15 साल तक के सभी बच्चों को मीजल रूबेला टीकाकरण किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पलवल जिले में आगामी 6 फरवरी से मीजल रूबेला टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा।
खसरा और रूबेला की बीमारी से बचाव के संदर्भ में उपायुक्त नेहा सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को लघु सचिवालय के कांफे्रस हाल में जिला टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त हितेश कुमार, एसडीएम शशि वंसुधरा, एसडीएम डा. चिनार, एसडीएम लक्ष्मी नारायण, सिविल सर्जन डा. लोकवीर, जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार बघेल, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी उपमा अरोड़ा, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. योगेश मलिक, विश्व स्वास्थ्य संगठन के वरिष्ठï चिकित्सा अधिकारी डा. अविरल, डा. मनीषा, डा. शीनू सहित डब्ल्यूएचओ के अधिकारीगण भी मौजूद रहे।
बैठक में उपायुक्त नेहा सिंह ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य को ठीक रखने तथा खसरा रूबेला जैसी घातक बीमारी से बच्चों के बचाव के लिए एमआर टीकाकरण लगाने की निर्धारित उम्र के बच्चों को लगाया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे योजनाबद्ध तरीके से टीकाकरण पूर्ण करवाएं। जिन बच्चों के टीकाकरण किए जाने हैं, उनको एमआर टीका लगाने के शैड्यूल के बारे में आंगनवाडी वर्कर्स तथा आशा वर्कर्स को अवगत करवाएं। टीकाकरण में उनकी सभी जिम्मेवारियों के बारे में जानकारी दी जाए। इस अभियान को सफल बनाने में पंचायत विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी अपनी अहम भूमिका निभाएं। यह विभाग अपने स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त करें जोकि लोगों को जागरूक करने के लिए सक्रिय रहेंगे। विशेषकर हथीन क्षेत्र में यह टीकाकरण अभियान अधिक तेजी व पूर्ण रूप से सफल बनाया जाए। अधिकारी जिला में एमआर टीकाकरण के लिए निर्धारित किए गए लक्ष्यों को पूरा करें। संबंधित एसडीएम एमआर टीकाकरण की पूर्ण निगरानी रखेंगे। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी तालमेल व समन्वय के साथ कार्य करें। टीकाकरण अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए ग्राम पंचायतों की भी सहायता ली जा सकती है।
सिविल सर्जन डा. लोकवीर ने अवगत करवाया कि हरियाणा सरकार द्वारा खसरा और रुबेला जैसी बीमारी के उन्मूलन के लिए आगामी 6 फरवरी 2023 से खसरा रुबेला उन्मूलन अभियान चलाया जाना है, जोकि जिला पलवल के ब्लॉक हथीन में चलाया जाना है। इस अभियान के अंतर्गत हथीन में 9 महीने से 15 साल तक के सभी बच्चों को खसरा रूबेला वैक्सीन का एक टीका लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला के 74 हजार बच्चों का टीकाकरण किया जाना है, जिनमें से 49 हजार बच्चे स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे है, जबकि 25 हजार बच्चे आंगनवाड़ी केंद्रों व अन्य स्थानों पर रहते है। मीजल रूबेला का टीकाकरण बच्चों के लिए बहुत जरूरी है। इस टीकाकरण से बच्चों की इम्युनिटी पावर मजबूत होगी। उनकी शरीरिक कमजोरी दूर होगी। मीजल्स और रूबेला बीमारी जो बच्चों के शरीर में विकृति पैदा करते है। यह टीका लगने से बच्चों को इस बीमारी से पूर्ण रूप से सुरक्षित रखेगा। सिविल सर्जन ने बताया कि हथीन क्षेत्र में मीजल्स के केस अधिक सामने आ रहे है, जिसके चलते हथीन क्षेत्र से एमआर टीकाकरण अभियान की शुरूआत की जाएगी।
डा. अविरल ने बताया कि इस अभियान की शुरूआत स्कूलो में पढऩे वाले बच्चों के टीकाकरण से की जाएगी। अभियान के नोडल अधिकारी डा. योगेश मलिक ने बताया कि पिछले दो महीने के अंतर्गत हथीन क्षेत्र में खसरे के केस सामने आए हैं, जिसके चलते काफी बच्चे बीमार हुए थे। उन्होंने बताया कि सरकार की हिदायतानुसार खसरे के फैलाव को रोकने के लिए 9 महीने से 15 साल तक के सभी बच्चों को एमआर का टीका लगाना सुनिश्चित किया गया है। डा. योगेश मलिक ने बताया कि खसरे का रोग एक संक्रमण रोग है जो एक बच्चे से कम से कम 10 बच्चों में फैलता है। हथीन क्षेत्र में खसरा और रूबेला बीमारी की रोकथाम के लिए यह अभियान शुरू किया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने बच्चों को एमआर का यह टीका अवश्य लगवाएं।
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