Faridabad/AtulyaLoktantraNews : एन एच तीन फरीदाबाद स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में जूनियर रेडक्रॉस, सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड और गाइडस ने प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर दुर्घटना और आपदा की पूर्व तैयारी को बहुत ही आवश्यक और महत्वपूर्ण बताया।
प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचंदा ने कहा कि श्रम और रोजगार मंत्रालय ने तत्कालीन राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन की उपस्थिति में 11 से 13 दिसंबर 1965 तक दिल्ली में औद्योगिक सुरक्षा पर पहला सम्मेलन आयोजित किया। यहाँ राष्ट्रीय और राज्य स्तरों पर सुरक्षा परिषदों की आवश्यकता पर सहमति हुई।
फरवरी 1966 में स्थायी श्रम समिति के 24 वें सत्र में एक राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव को स्वीकार किया गया। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचंदा ने बताया कि नेशनल सेफ्टी काउंसिल ने राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस को अस्तित्व में लाने की पहल की थी। राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस को मनाए जाने की शुरुआत 4 मार्च 1972 से हुई थी।
भारत में इसी दिन नेशनल सेफ्टी काउंसिल की स्थापना की गई थी। जिस कारण इसी दिन को नेशनल सेफ्टी डे के रूप में मनाया जा रहा है। प्राचार्य, जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड प्रभारी रविन्द्र कुमार मनचंदा ने कहा कि नेशनल सेफ्टी काउंसिल एक गैर सरकारी और गैर लाभकारी संगठन के रूप में कार्य करता है।
वर्ष 1966 में मुंबई सोसायटी अधिनियम के अंतर्गत इस संगठन की स्थापना की गई थी जिसमें आठ हजार सदस्यों को शामिल किया गया था। इस दिन का मुख्य उद्देश्य देशभर में लोगों को सुरक्षा के प्रति जागरुक करना और दुर्घटनाओं को रोकना है। राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस देश की सीमाओं पर सुरक्षा में तैनात हजारों सिपाहियों और सिक्योरिटी विभाग को समर्पित होता है जिनके कारण देश की सीमाएं सुरक्षित रहती हैं।
प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचंदा ने कहा कि इस वर्ष की विश्व सुरक्षा दिवस की थीम आपदाएं हैं और एक सुरक्षित भविष्य की तैयारी करने की आवश्यकता है जहां इस तरह की आपदा की घटनाओं को रोका जा सके। प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचंदा और गणित प्रवक्ता जसनीत कौर तथा छात्राओं चंचल, शिवानी, खुशी, नेहा, निशा और हर्षिका ने सलोगन लिख कर सभी से दुर्घटना और आपदा से पूर्व तथा बाद की तैयारी और प्रशिक्षण पहले से ही कर लेने की अपील की ताकि जन धन की अत्याधिक हानि को रोका जा सके।