फरीदाबाद। अमृता अस्पताल, फरीदाबाद के रेडिएशनऑन्कोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. भास्कर विश्वनाथन को हाल ही मेंएक शोध अनुदान के लिए चुना गया है, जिसका उद्देश्य कैंसर के इलाजके लिए ट्यूमर मोशन और रेडिएशन हाइपरथर्मिया के लिए एक स्वदेशीरोबोटिक अल्ट्रासाउंड विकसित करना है।
यह तकनीक भारतीयप्रौद्योगिकी संस्थान – हैदराबाद के एरंकी लैब्स प्राइवेट लिमिटेड कीमेडिकल अल्ट्रासाउंड रिसर्च लेबोरेटरी में बायोमेडिकल इंजीनियरिंगविभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. अविनाश एरांकी और अमृता सेंटर फॉरएडवांस्ड रोबोटिक्स के सहयोग से विकसित की जाएगी।
अमृता अस्पताल फरीदाबाद में रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग के प्रमुखडॉ. भास्कर विश्वनाथन ने कहा, “यह हमारे लिए बेहद खुशी और गर्व कीबात है कि हमें इमेज-गाइडेड थेरपी और कैंसर रोगियों के लिएहाइपरथर्मिया के लिए स्वदेशी रूप से रोबोट-सहायक अल्ट्रासाउंड सिस्टमविकसित करने के लिए इस अनुदान के लिए चुना गया है।
यह एक नॉन-इनवेसिव तकनीक है जो केंद्रित अल्ट्रासाउंड तरंगों का उपयोग करती हैऔर इसमें ट्यूमर एब्लेशन, रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी के लिए हल्केहाइपरथर्मिया और रेडिएशन के दौरान गति प्रबंधन जैसे कैंसर के उपचारमें बड़ी क्षमता है।”
डॉक्टर ने आगे कहा, “यह अत्याधुनिक तकनीक ट्यूमर के सटीकस्थानीयकरण की अनुमति देगी, थेरेपेटिक रेडिएशन के लक्षित औरप्रभावी डिलीवरी को सक्षम करेगी और आसपास के ऊतकों और अंगों कोनुकसान से बचाएगी।
रोबोटिक अल्ट्रासाउंड ट्यूमर का सटीक पतालगाकर और उपचार के दौरान उसकी गति की निगरानी करकेहाइपरथर्मिया की डिलीवरी को निर्देशित करने में महत्वपूर्ण भूमिकानिभाता है। वास्तविक समय की ट्रैकिंग यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्णहो सकती है कि हाइपरथर्मिया को इच्छित लक्ष्य तक सटीक रूप सेपहुंचाया जाए।”

