फरीदाबाद। प्रदेशभर में चलाए जा रहे ‘सफाई अपनाओ-बीमारी भगाओ’ अभियान के तहत सोमवार को फरीदाबाद के सेक्टर-15 स्थित कम्युनिटी सेंटर में एक भव्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर हरियाणा सरकार के स्थानीय शहरी निकाय मंत्री विपुल गोयल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेश नागर और महापौर प्रवीण जोशी विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहीं।
कार्यक्रम की शुरुआत सभी अतिथियों व उपस्थित जनसमूह को स्वच्छता की शपथ दिलाकर की गई। इस अवसर पर मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि स्वच्छता अब केवल सरकारी योजना नहीं, बल्कि जनभागीदारी से चलने वाला एक सामाजिक संकल्प बन चुका है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2014 में लाल किले से शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान को जन आंदोलन बताते हुए कहा कि जब तक हर व्यक्ति अपने घर, मोहल्ले और शहर को स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी खुद नहीं उठाएगा, तब तक यह सपना अधूरा रहेगा। श्री गोयल ने नागरिकों से अपील की कि हर व्यक्ति प्रतिवर्ष 100 घंटे तथा हर सप्ताह 2 घंटे श्रमदान करें। उन्होंने कहा कि यदि हर कोई अपने घर व कार्यालय के 100 मीटर दायरे में स्वच्छता का संकल्प ले ले तो पूरे शहर की तस्वीर बदल सकती है।
खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेश नागर ने कहा कि फरीदाबाद राज्य का एक तेजी से विकसित होता औद्योगिक और शहरी केंद्र बन रहा है। उन्होंने मुंबई-वडोदरा एक्सप्रेसवे जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स से फरीदाबाद को होने वाले लाभ पर प्रकाश डाला और कहा कि यह शहर अब राष्ट्रीय स्तर पर कनेक्टिविटी, उद्योग और व्यापार का प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है।
महापौर प्रवीण जोशी ने अपने संबोधन में कहा कि जैसे हम अपने घर को स्वच्छ रखते हैं, उसी भावना से हमें अपने शहर की स्वच्छता में भी भागीदारी निभानी चाहिए। उन्होंने स्वच्छता को जीवनशैली बनाने पर जोर दिया। कार्यक्रम के अंत में सफाई कर्मचारियों को पीपीई किट वितरित की गई और स्वच्छता वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जो कि इस अभियान के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इस अवसर पर राज्यमंत्री राजेश नागर, महापौर प्रवीण जोशी, जिला अध्यक्ष पंकज पूजन रामपाल, नगर निगम आयुक्त धीरेंद्र खड़गटा, आयुक्त-सचिव विकास गुप्ता, एडिशनल कमिश्नर डॉ. विजयपाल यादव, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नीतीश परवाल, पार्षदगण, रेजिडेंस वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्य, विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संस्थाएं, एनजीओ और स्कूली बच्चे बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

