अस्पताल के डाक्टर राजेश श्योकंद बोले, हम कुछ नहीं कर सकते
फरीदाबाद। राजधानी दिल्ली से सटे फरीदाबाद में कोरोना का संक्रमण कमजोर जरूर पड़ा है लेकिन अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। कोरोना संक्रमण के दौरान जिले के सिविल अस्पताल बादशाह खान में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है, लेकिन इस प्रक्रिया के दौरान सोशल डिस्टेसिंग की जमकर धज्ज्यिां भी उड़ रही है। अस्पताल के स्टाफ भी एक दूसरे से सटे बैठते है, जबकि दूसरी ओर आम लोग भी लम्बी-लम्बी कतारों में बिना दो गज की दूरी के देखे जा सकते है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि लोग यहां कोरोना के निवारण के लिए वैक्सीन लगवाने आ रहे है या फिर कोरोना संक्रमण का प्रचार करने पहुंच रहे है क्योंकि कहने को प्रशासन ने यहां पुलिस कर्मचारियों की डयूटियां लगाई हुई है, लेकिन वह भी कुछ समय तक तो लोगों को दिशा निर्देश देते है और दोपहर होते होते यहां हालत बद से बदत्तर हो जाती है। एक कमरे में 40 से 50 लोग वैक्सीन के लिए खड़े रहते है और आपस में सोशल डिस्टेसिंग की भी परवाह नहीं करते। ऐसा नहीं है कि इस बारे में अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सकों को पता नहीं है, लेकिन वह सब कुछ देखकर भी अनजान बने हुए है। इस बारे में अस्पताल के चिकित्सक डा. राजेश श्योकंद से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह इस मामले में कुछ नहीं कर सकते, यह काम पुलिस कर्मचारियों का है और लोगों को भी इसमें सहयोग देना चाहिए परंतु जब वह ही इसके प्रति जागरूक नहीं है तो हम क्या करें। जब उनसे पूछा गया कि वैक्सीनेशन सेंटर में स्टाफ भी सोशल डिस्टेसिंग की अनदेखी करते है तो उन्होंने कहा कि इसके बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। कुल मिलाकर सिविल अस्पताल में चल रहे वैक्सीनेशन कैंप में स्वास्थ्य कर्मचारियों व लोगों की बढ़ती लापरवाही न केवल उनके लिए बल्कि उसके परिजनों के साथ-साथ पूरे जिले के लिए भी घातक साबित हो सकती है। अब देखना यह है कि इस मामले के सामने आने के बाद जिले का स्वास्थ्य विभाग कड़े कदम उठाता है या फिर सब कुछ ऐसे ही चलता रहेगा।