साईबर ठगो द्वारा निकाला गया पैसा वापिस आपके बैंक खाते में आएगा –
फरीदाबाद पुलिस ने साइबर फ्रॉड से बचने, सतर्क रहने और जागरूक करने के लिए जारी की एडवाइजरी
साइबर अपराधियों से रहे सावधान, गेटवे एप्स जैसे पेटीएम, फोनपे, पेजएप्प, गूगलपे की के.वाई.सी कराने का झांसा दे, सॉफ्ट टारगेट को बनाते है शिकार
फरीदाबादः जिला पुलिस ने नागरिकों को साइबर अपराध के प्रति जागरूक करने के लिए एडवाइजरी जारी की है जिसमे नागरिकों से अपील की गई है कि यदि उनके किसी व्यक्ति द्वारा ठगी से उनके बैंक खाते से पैसे निकाल लिए गए हैं तो देरी नहीं करते हुए तुरंत प्रभाव से उस बैंक खाते से लिंक किए गए मोबाइल नंबर से गृह मंत्रालय द्वारा जारी 155260 नंबर पर फोन करें। जिस खाते में रकम गई है बैंक द्वारा उस खाते को सीज करके राशि वापस आपके बैंक खाते में डाल दी जाएगी।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि आजकल कुछ नकली मैसेज साइबर अपराधियों के द्वारा चलाए जा रहे है। कोरोना महामारी के दौरान विभिन्न वित्तीय स्कीम के नाम पर साइबर फ्रॉड में बढ़ोतरी हुई है। के.वाई.सी कराने को लेकर मैसेज जारी किए जा रहे है मैसेज में 24 घंटे का वक्त दिया जाता है और लिखा होता है कि अगर 24 घंटे में के.वाई.सी नही कराई तो आपका अकांउट बंद कर दिया जाएगा। साइबर अपराधी मैसेज में के.वाई.सी कराने के लिए अपने किसी साथी का मोबाईल फोन नंबर भी देते है ताकि सॉफ्ट टारगेट को चुन शिकार बना कर उन्हें ठगा जा सके।
मैसेज में दिए गए नंबरों पर जब उपभोक्ता उन नंबरों पर फोन करता है तो साइबर ठग उनको के.वाई.सी कराने का झांसा देकर उपभोक्ता को Anydesk, Quick support and Team Viewer एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए कहते है जैसे ही उपभोगता अपने मोबाईल फोन में उपरोक्त एप्लीकेशन डाउनलोड करते है तो साइबर अपराधी मोबाइल फोन को अपने मोबाईल से आपरेट कर पैसे निकाल लेते है।
आपकों बता दें कि Anydesk, Quick support and Team Viewer एप्लीकेशन डाउनलोड करने के बाद इसके जरीये दूर बैठा व्यक्ति किसी अन्य का मोबाईल फोन को आपरेट कर सकता है।
ध्यान देने योग्य बातें
इस तरह के साइबर अपराधी मैसेज भेजने के लिए मोबाईल फोन का इस्तेमाल करते है। जबकि कंपनी का अपना सिस्टम होता है। पेमेंट गेटवे कंपनी मैसेज भेजने के लिए मोबाइल का इस्तेमाल नही करती है।
भेजे गए मैसेज में भी साइबर अपराधी मोबाइल नंबर देते है जबकि कंपनी आफिस के लिए लैंन्डलाईन नंबर का इस्तेमाल करती है और कंपनी मैसेज में मोबाइल नंबर का जिक्र नही करती है।
साइबर अपराधी के द्वारा किए गए मैसेज में अग्रेजी व्याकरण की काफी खामियां होती है जैसे की बिना वजह कैपीटल लेटर का इस्तेमाल करना और बेतरतीब तरीके से फुल स्टॉप, कोमा लगाना इत्यादि।
एडवाइजरी
जब भी आप के.वाई.सी से संबंधित मैसेज प्राप्त करते है कि आपका अकांउट 24 घंटे के अंदर बंद कर दिया जाएगा तो घबरांए नही।
इस तरह के किसी भी मैसेज और काॅल का जवाब ना दें और इनके साथ अपने किसी भी गोपनीय चिजों को सांझा ना करें।
अगर किन्ही करणों से आपका अकांउट पेमेंट गेटवे कंपनी जैसे कि पेटीएम, फोनपे, पेजएप्प, गूगलपे इत्यादि द्वारा बंद कर दिया जाता है तो कंपनी के कस्टमर सर्विस नंबर पर ही काॅल कर इसकी जानकारी लें।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि साइबर अपराधियों से सावधान रहे। कंही भी पैसा भेजने से पहले वेरीफाई करें। साइबर ठग आपकी मेहनत की कमाई को हडपने के लिए नए-नए हत्थकंडे अपना रहे है। बैंक अकाउंट से संबंधित जानकारी लेने के लिए या तो उनके टोल फ्री नंबर पर फोन करें या फिर बैंक विजट करें।