फरीदाबाद । एक तरफ तो नगर निगम कमजोर आर्थिक स्थिति का रोना रोता है, ठेकेदारों का भुगतान नहीं किया जा रहा है। ऐसे में करीब सवा साल से नगर निगम का सीवर-पानी के शुल्क की वसूली पर ध्यान नहीं है। बही-खाते से कंप्यूटर में रिकॉर्ड फीड करने का काम भी धीमी गति से चल रहा है। नगर निगम ने शहरवासियों से सीवर-पानी के शुल्क के करीब 37 करोड़ रुपये लेने हैं। ऑनलाइन डाटा पूरा न होने के चलते न तो नगर निगम बकाया वसूली कर पा रहा है और न ही सीवर-पानी के नए कनेक्शन दिए जा रहे हैं।
बता दें कि नगर निगम के रिकार्ड के अनुसार सीवर-पानी के करीब 2.40 लाख वैध कनेक्शन हैं। निगम के अनुसार शहर में सीवर-पानी के पांच लाख से अधिक कनेक्शन हैं। करीब 2.60 लाख कनेक्शन अवैध रूप से चल रहे हैं। लॉकडाउन से पहले नगर विभिन्न क्षेत्रों में शिविर लगाकर वसूली करता रहा है और सीवर-पानी कनेक्शन के नए आवेदन भी लेता रहा है, मगर कोरोना संकट के बाद से अब तक स्थिति बिगड़ी हुई है। निगम अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
मुख्य अभियंता राम जी लाल ने कहा कि सीवर और पानी के रिकॉर्ड को ऑनलाइन किए जाने का काम अंतिम अंतिम चरणों में है। हम 15 अप्रैल से पहले सारे सिस्टम को आनलाइन कर देंगे। इसके बाद रिकवरी पर ध्यान दिया जाएगा। निगमायुक्त यशपाल यादव के आदेशानुसार आरडब्ल्यएू और सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर विभिन्न क्षेत्रों में शिविर भी लगाए जाएंगे।