कोरोना के इस दौर में जरा सी असावधानी आपको संकट में डाल सकती है। इसलिए इस बीमारी से बचाव के लिए पूरी सावधानी बरतें। यह चेतावनी केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने सोमवार को सेक्टर-30 के सरकारी हॉस्पिटल में कोरोना की दूसरी डोज लेने के दौरान दी। केंद्रीय राज्यमंत्री ने 4 मार्च को पहली व 19 मार्च को वैक्सीनेशन की दूसरी डोज ली।
ठीक होने वाले मरीजों से प्लाज्मा दान करने का आह्वान
इस दौरान उन्होंने कोरोना से ठीक होने वाले लोगों से आह्वान किया कि जरूरत पड़ने पर प्लाज्मा जरूर डोनेट करें। जिससे प्लाज्मा डोनेशन से अन्य लोगों के इलाज में सहूलियत हो सके। कोरोना मरीज को प्लाज्मा देने से घबराएं नहीं। वायरस की चपेट में आए मरीजों को ठीक करने के लिए प्लाज्मा थेरेपी को चिकित्सा के तौर पर सफलता के साथ अपनाया जा रहा है। इसके तहत कई कोरोना मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी दी जा चुकी है। काफी मामलों में इसके परिणाम भी सकारात्मक मिले हैं। यही वजह है कि समय व जरूरत पड़ने पर कोरोना मरीजों के परिजन प्लाज्मा डोनर की तलाश करते दिखाई दे रहे हैं। जबकि प्लाज्मा दान करने के लिए लोग आगे नहीं आ रहे हैं। प्लाज्मा दान करने में डर की कोई बात नहीं। हीमोग्लोबिन भी नहीं गिरता। प्लाज्मा दान करने के बाद सिर्फ एक-दो ग्लास पानी पीने से ही वापस पहली स्थिति में आ सकते हैं। रक्तदान में आपके शरीर से पूरा खून लिया जाता है। जबकि प्लाज्मा में आपके खून से सिर्फ प्लाज्मा लिया जाता है।