फरीदाबाद। किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी द्वारा खोरी गांव में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को सार्वजनिक तौर पर पाकिस्तानी कहे जाने का मामला अब तूल पकडऩे लगा है। चढूनी के खिलाफ प्रदेशभर के पंजाबी समाज के लोग लामबंद होने लगे है। इसी कड़ी में शनिवार को शहर के व्यापारियों एवं पंजाबी समाज के लोगों ने बादशाह खान चौक पर एकत्रित होकर गुरनाम सिंह चढूनी का पुतला फूंका और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए इस कृ़त्य के लिए माफी मांगने की मांग की। इस मौके पर मुख्य रूप से हरियाणा व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष राम जुनेजा, भाजपा मीडिया सलाहकार अमित आहुजा, प्रदेश सचिव नीरज मिगलानी, वासुदेव अरोड़ा, देवेंद्र रतड़ा, सागर दुआ, विनोद अहूजा, पवन भाटिया, सचिन जावरा, हरिकिशन वर्मा सहित अनेकों व्यापारी व पंजाबी समाज के लोग मौजूद रहे। इस दौरान महिलाओं ने भी इस विरोध प्रदर्शन में बढ़चढकर हिस्सा लेते हुए अपना रोष जाहिर किया। पंजाबी नेताओं ने एक स्वर में इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पाकिस्तानी कहकर चढूनी ने पंजाबी समुदाय का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि आखिर कब तक पुरूषार्थी पंजाबी समाज पाकिस्तानी और रिफूज़ी नाम की गाली सुनता रहेगा। अब पानी सिर से ऊपर ऊठ गया है और पंजाबी समाज को रिफूज़ी और पाकिस्तानी कहने का अब पूरा समाधान निकालकर ही दम लेगा। उन्होंने कहा कि गुरनाम सिंह चढूनी को इस अपराध के लिये माफी मांगनी पड़ेगी नही तो हम कानून का दरवाज़ा खटखटायेगें और उनको इसकी सजा कानून द्वारा दिलाई जायेगी । उन्होने कहा कि जिस समाज ने हिन्दुत्व की खातिर अपने 12 लाख पूर्वजों की कुर्बानीयां दी और देश की आज़ादी की लड़ाई में सबसे ज्यादा पंजाबी समाज के युवा शहीद हुए तथा जिस समाज ने देश की आज़ादी की लड़ाई में शहीद भगत सिहं और शहीद मदन लाल ढ़ीगड़ा जैसे माँ के छोटे छोटे लाल कुर्बान किये उनको रिफूज़ी और पाकिस्तानी कहना सबसे बड़ा अपराध है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि अगर गुरनाम सिंह चढूनी ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से माफी नहीं मांगी तो पूरे प्रदेश का पंजाबी समाज उनके खिलाफ सडक़ों पर उतर जाएगा।