फरीदाबाद: सिविल डिफेंस के चीफ़ वार्डन डॉ एमपी सिंह ने बताया कि यमुना नदी के जल स्तर में वृद्धि होने पर बाढ की आशंका वन गई है जिसके चलते सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन ने वहां के निवासियों को मकान खाली करने और प्रस्तावित शरण स्थलों पर जाने के लिए समझाया तथा चौकी इंचार्ज के साथ मिलकर यमुना में फंसे हुए लोगों को एसडीआरएफ की बोट के माध्यम से निकाला । इस अवसर पर राजस्व विभाग के पटवारी कपिल, प्लाटून कमांडर उदयवीर, सिविल डिफेंस के स्वयंसेवक हसीन, रवि और उमेश पांडे मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि दिल्ली के ओखला बैराज से यमुना में पानी छोडने से फरीदाबाद में यमुना का जलस्तर बढ गया है। जिससे यमुना के निचले क्षेत्रों में जलभराव की समस्या पैदा हो गई है। इसलिए सिविल डिफेंस, फरीदाबाद पुलिस, एसडीआरएफ , राजस्व विभाग, बिजली व स्वास्थ विभाग की टीमों द्वारा बाढ बचाव पक्ष में कार्य किया जा रहा है।
टीमों द्वारा शिव एन्कलेव पार्ट 2 बसंतपुर क्षेत्र में 50 से अधिक लोगो को सुरक्षित निकालकर बचाव राहत शिविरों में छोडा गया है।
उन्होंने आगे बताया कि बसंतपुर छायंसा, मोहना, अलीपुर, कबुलपुर, दूलेपुर, ददसिया, भूपानी, महमुदपुर, तिगांव, अरुआ, घुडासन, शाहाबाद, नरावली, चॉदपुर, शाहजहॉपुर, कौराली, बदरोला, सिडौला, भुआपुर आदि गांवो के लोगों को भी सिविल डिफेंस के स्वयंसेवकों के द्वारा जागरूक किया जा रहा है।
डॉ एमपी सिंह ने आमजन से अपील है कि किसी भी भ्रामक सूचना पर विश्वास न करें, सूचना के लिए रेडियो सुनते रहे, यमुना के पानी का प्रयोग ना करें, नन्हे मुन्ने बच्चों को बाढ़ वाले पानी में खेलने कूदने ना दें, प्रशासन के द्वारा जारी किए गए नियमों की ईमानदारी से पालना करें तथा पुलिस और प्रशासन का साथ और सहयोग करें। उन्होंने बताया कि फरीदाबाद पुलिस व प्रशासन बचाव राहत कार्य में जुटा हुआ है। जिला प्रशासन द्वारा सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाए उपलब्ध करवाई जा रही है तथा शेल्टर होम बनाए गए है और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा प्राथमिक चिकित्सा पोस्ट भी लगाई हुई है।

