श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम में श्रीराम नवमी पर अधिष्ठाता जगदगुरु स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य के सान्निध्य में निकली शोभायात्रा
Faridabad: सूरजकुुंड रोड स्थित श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम (श्री सिद्धदाता आश्रम) में श्रीराम नवमी का पर्व बड़े ही जोर शोर और भाव के साथ मनाया गया। इस अवसर पर अधिष्ठाता जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने कहा कि मानव को मर्यादा सिखाने के लिए भगवान ने श्रीराम के रूप में जन्म लिया और लीलाएं कीं।
उन्होंने कहा कि भगवान तो सबकुछ कर सकते हैं लेकिन उन्होंने मानव को मर्यादा में रहना सिखाया। उन्होंने करके दिखाया कि मानव को क्यों श्रेष्ठ कहा जाता है। उन्होंने करके दिखाया कि कैसे चरित्र को समाज में स्थान मिलता है।
उन्होंने स्वयं के चरित्र द्वारा समाज को संदेश दिया कि हमें कैसे जीना चाहिए। स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य ने बताया कि भगवान श्रीरामचंद्र ने एक राजा के घर जन्म लेने के बाद भी कभी अहंकार नहीं किया और उन्होंने परिवार और समाज के हिसाब से आचरण किया। हमें उनसे सीखने के लिए बहुत कुछ है।