फरीदाबाद। करीब 40 दिन पहले रहस्यमयी तरीके से लापता हुए प्रॉपर्टी डीलर हरवीर सिंह मलिक (47) का शव बुधवार शाम सूरजकुंड थाना क्षेत्र के सिद्धार्थ आश्रम के पास घने जंगलों में एक पुलिया के नीचे से बरामद हुई। शव को कपड़ों और चादर में लपेटकर गट्ठर की तरह पेड़ों के नीचे फेंका गया था, जिससे हत्या की आशंका और गहरा गई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। पहचान उसके हाथ में पहने कड़े और बालों से हुई।
जानकारी के अनुसार, हरवीर सिंह मलिक बीपीटीपी थाना क्षेत्र की सेक्टर-75 स्थित टेरा लवणिम सोसाइटी में अपनी पत्नी संगीता और 22 वर्षीय बेटे साहिल के साथ रहते थे। हरवीर की शादी 1999 में संगीता से हुई थी, जो अजरौंदा गांव की रहने वाली है। वे प्रॉपर्टी डीलिंग और फाइनेंस का काम करते थे।
परिजनों के अनुसार, हरवीर 10 जुलाई से अचानक लापता हो गए थे और उनका मोबाइल फोन भी बंद आने लगा था। जब परिजनों ने बार-बार पत्नी संगीता से पूछा तो उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। 15 जुलाई को संगीता अपने बेटे साहिल के साथ मायके अजरौंदा गांव पहुंच गई और परिजनों को बताया कि हरवीर नेपाल घूमने गए हैं। लगातार गुमराह करने वाली बातों से परिजनों का शक गहराता गया। हरवीर के चाचा अमर सिंह मलिक ने 31 जुलाई को बीपीटीपी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस को लंबे समय तक कोई सुराग नहीं मिला, जिसके बाद मामला सीआईए यूनिट को सौंपा गया। 20 अगस्त को सूरजकुंड क्षेत्र के जंगल में एक पुलिया के नीचे लाश मिलने की सूचना पुलिस को मिली। शव की पहचान हरवीर के हाथ के कड़े और बालों से की गई।
मृतक के चाचा ने बताया कि यह जगह बेटे साहिल की निशानदेही पर मिली। सोसाइटी के लोगों ने भी बताया कि 10 जुलाई की रात हरवीर, उनकी पत्नी और बेटे के बीच झगड़ा हुआ था, लेकिन संगीता ने बीच-बचाव करने वालों को पारिवारिक मामला बताकर रोक दिया। पुलिस ने संगीता और साहिल को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। मृतक के परिजन दोनों पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि मां-बेटे ने मिलकर झगड़े के बाद हरवीर की हत्या कर शव को जंगल में फेंक दिया। एक फेक नंबर से भेजे गए मैसेज से भी परिजनों को शक हुआ था। फिलहाल पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है और हत्या के इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।

