-पलवल में महात्मा गांधी की प्रथम राजनैतिक गिरफ्तारी
पलवल/ अतुल्य लोकतंत्र : मुकेश बघेल•
नेताजी सुभाषचंद्र बोस स्टेडियम पलवल में जिला स्तरीय गीता महोत्सव-2021 के अंतर्गत आयोजित प्रदर्शनी में ऐतिहासिक नगरी पलवल को प्रमुखता से दर्शाया गया, जिसका अवलोकन कर रहे जिलावासियों ने खुद को गौरवान्वित महसूस किया। साथ ही लोगों ने वीर शहीदों को नमन करते हुए अपनी युवा पीढ़ी को प्रोत्साहित किया कि वे अपने स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों को सदैव स्मरण रखें।
तीन दिवसीय गीता महोत्सव कार्यक्रम के प्रथम दिन मुख्य अतिथि के रूप में पधारे पलवल के विधायक दीपक मंगला ने सूचना, जन संपर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा के तत्वावधान में नेताजी सुभाषचंद्र बोस स्टेडियम में लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। विभागीय प्रदर्शनी में ऐतिहासिक नगरी पलवल में हुई ऐतिहासिक घटना को विशेष रूप से प्रदर्शित किया गया। महात्मा गांधी की प्रथम राजनैतिक गिरफ्तारी जोकि 10 अप्रैल, 1919 को रेलवे स्टेशन पलवल पर की गई को भी प्रदर्शनी में दिखाया गया। पलवल के साथ लगते बल्लभगढ़ के राजा नाहर सिंह की वीरगाथा को भी प्रदर्शनी में विशेष स्थान मिला है।
प्रदर्शनी के माध्यम से जानकारी दी गई कि राजा नाहर सिंह ने 20 जनवरी 1839 को बसंत पंचमी के दिन बल्लभगढ़ रियासत की बागडोर संभाली। जब 10 मई 1857 को देश में अंग्रेजों के विरूद्घ जन क्रांति का शुभारंभ हुआ तो राजा नाहर सिंह दिल्ली में घट रही घटनाओं से प्रेरित होकर इस जन क्रांति में कूद पड़े। दिल्ली के बाद हरियाणा में ब्रिटिश सरकार का दमन चक्र शुरू हुआ। फिर 23 सितंबर 1857 को राजा नाहर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया और 6 दिसंबर को उन्हें बंदी बनाकर दिल्ली के लाल किले में कैद कर दिया। तत्पश्चात 19 दिसंबर 1857 को राजा नाहर सिंह को कोठरी से निकालकर दिल्ली लाल किले के दरबारे आम में एक फौजी अदालत में पेश किया गया। अदालत ने विद्रोहियों की सहायता करने और ब्रिटिश इलाकों पर अवैध कब्जे के आरोप लगाए तथा राजा नाहर सिंह को दोषी करार देते हुए उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई और उनकी संपत्ति जब्त कर ली गई।
भारत के स्वतंत्रता संग्राम में हरियाणा के योगदान की कहानी को अभिलेखों व तस्वीरों की जुबानी बेहद प्रभावशाली स्वरूप में दर्शाया गया है। जगदीशचंद गांव अधोप ने कहा कि प्रदर्शनी के माध्यम से हरियाणा के वीरों की कुर्बानी को जानने का सुअवसर मिला। हरी नगर निवासी संगीता, शिव कॉलोनी निवासी भूपसिंह, बंचारी की सुंदरी, बघौला की प्रिया ने एक स्वर में कहा कि हरियाणा का इतिहास बेहद समृद्घशाली है, जिसे प्रदर्शनी में दर्शाया गया। उन्होंने कहा कि अपने शहीदों से परिचित होने का यह सुअवसर मिला। इस प्रकार के आयोजन समय-समय पर किये जाने चाहिए।
श्याम नगर निवासी मंजीत ने कहा कि प्रदर्शनी में जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण की योजनाओं व सुविधाओं को भी विस्तृत रूप से दर्शाया गया, जो कि बेहद ज्ञानवद्र्घक व महत्वपूर्ण है। इससे जरूरतमंदों को विशेष रूप से मदद मिलेगी। प्राधिकरण के द्वारा कई प्रकार की सुविधाएं व कानूनी सहायता उपलब्ध करवाई जाती है, जिनकी जानकारी यहां प्राप्त हुई है।