फरीदाबाद/ केंद्रीय ऊर्जा एवं भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि गीता का अनुसरण आज पूरे विश्व के लोग कर रहे हैं। श्रीमद्भागवत गीता ग्रंथ को विश्व में मनुष्य जीवन के सफल जीवन में सर्वोपरि माना जा रहा है। गीता हमें जीवन जीने की राह दिखाती है।
अगर हम गीता के संदेशों को अपने दैनिक जीवन में शामिल कर लें तो यह हमें बेहतरी की ओर लेकर जाती है। श्री कृष्णपाल गुर्जर रविवार को सेक्टर-12 कन्वेंशन सेंटर में आयोजित दो दिवसीय जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि गीता का सार ही सत्य है। गीता अजर, अमर और शाश्वत है। हरियाणा के कुरुक्षेत्र की भूमि जहां महाभारत का युद्ध हुआ था। भगवान श्री कृष्ण ने भागवत गीता का संदेश कुरुक्षेत्र की धरती पर ही दिया था। अर्जुन के परिवार मोह में आकर शस्त्र न उठाने पर भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें गीता का संदेश दिया था। जीवन का सार ही भगवत गीता है। परमात्मा के अनंत रूप से गीता ग्रन्थ ही हमें रूबरू करवाती है।
जब से हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर की लाल की सरकार आई है तब से गीता जयंती उत्सव मनाने का कार्यक्रम शुरू हुआ है। मानव जीवन की सभी समस्याओं का समाधान गीता में ही समाहित है। यह हमें कम करने का संदेश देती है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री ने विकसित भारत बनाने के पंचप्राण बताएं जिसमें एक प्रण कर्म है।
जीवन में अगर अपनी मंजिल को पाना है और अपना और अपने देश का विकास करना है तो हमें कर्म करना होगा और गीता में भी यही कहा है। गीता हमारे लिए अमूल्य रत्न है। सच्चाई का रास्ता दिखाने के लिए गीता एक प्रकाश स्तंभ की तरह है। जब मनुष्य संकट में आता है तो संकट से उभरने का माध्यम जीता है।
महात्मा गांधी ने गीता को ‘माता’ की संज्ञा दी थी। उन्होंने कहा था कि ”जब कभी संदेह मुझे घेरते हैं और मेरे चेहरे पर निराशा छाने लगती है तो मैं गीता को एक उम्मीद की किरण के रूप देखता हूं. गीता में मुझे एक छंद मिल जाता है, जो मुझे सांत्वना देता है।
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने अपने संबोधन में अंतर्राष्ट्रीय जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव के लिए जिला प्रशासन व जिला वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी।
उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि श्रीमद भगवत गीता ग्रंथ विश्व का सबसे बड़ा आधुनिक मनुष्य जीवन शैली पर आधारित ग्रंथ है। इस ग्रंथ के विचारों को आमजन तक पहुंचाने के लिए सरकार सराहनीय कदम उठा रही है। सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के हर व्यक्ति को श्रीमद भगवत गीता ग्रन्थ के सार का का पूरा ज्ञान हो और उस ज्ञान को अपने जीवन में ढाल कर समाज के लिए काम करें।
एडीसी आनंद शर्मा ने आए हुए मेहमानों का गीता जयंती समारोह के समापन अवसर पर स्वागत करते हुए कहा कि जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव में प्रशासन का सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं सहित विभिन्न विभागों ने विशेष सहयोग दिया है और गीता हमारे लिए जीवन का सार है, प्रेरणा स्रोत है। इसी के सार के मार्ग पर अपने जीवन को लेकर चलना है।
इनको किया सम्मानित:-
जियो गीता, श्री सिध्दाता आश्रम, शुभ समय वैदिक फॉउंडेशन, शिक्षा विभाग, सनातन संस्था, श्री योग वेदांत सेवा समिति, नगर निगम फरीदाबाद, स्ट्रार्ट अप एडुकेशन, ब्रम्हाकुमारी, गोपाल गौशाला, विश्व हिन्दू परिषद्, जिला रेडक्रॉस सोसाइटी, महाराजा अग्रसेन ट्रस्ट, डीएचबीवीएन, इस्कॉन, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, आयुष विभाग, एचएसआईआईडीसी, लर्न गीता, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, हरियाणा कड़ी ग्राम उद्योग,जिला समाज कल्याण विभाग,
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, मत्स्य विभाग, पुलिस विभाग, सड़क सुरक्षा, रोड सेफ्टी ओमनी फॉउंडेशन, हनुमान मंदिर जेड पार्क सेक्टर-16, गीता मंदिर सेक्टर-15, लक्ष्मी नारायण मंदिर सेक्टर-16, सनातन धर्म मंदिर नहर कॉलोनी सेक्टर-16, हरि मंदिर सेक्टर-17, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, सुखमनी भवन सेक्टर-16, राजकीय मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर-55, हरियाणवी कल्चर ग्रुप, बीन पार्टी एवं अन्य कई सामाजिक सामाजिक संस्थाओ को सम्मानित किया गया।इस अवसर पर एसडीएम परमजीत चहल, डीआईपीआरओ राकेश गौतम, रेड क्रॉस सोसाइटी संरक्षक विमल खंडेलवाल सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।

