पलवल/ अतुल्य लोकतंत्र : मुकेश बघेल *
प्रदेश सरकार द्वारा भावान्तर भरपाई योजना के अंर्तगत आलू की फसल का संरक्षित मूल्य 500 रूपए प्रति क्वंटल से बढ़ाकर 600 रूपए प्रति क्वंटल कर दिया है। जिला बागवानी अधिकारी डा. अब्दुल रज्जाक ने आज जानकारी देते हुए बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए किसान मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर जाकर अपना पंजीकरण करवाऐं। इसके लिए बागवानी सहायता केंद्र के टोल फ्री नंबर पर भी संर्पक किया जा सकता है। जिला बागवानी अधिकारी डा. अब्दुल रज्जाक ने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के द्वारा राज्य के किसानों को उनकी फसलों की सही कीमत प्रदान करने के लिए हरियाणा भावांतर भरपाई योजना 2021 को शुरू किया है। इस योजना के अंतर्गत राज्य के किसानो को अपनी फसल मंडी में बेचने पर कम कीमत मिलती है अर्थात किसानो को नुकसान होता है उसकी भरपाई राज्य सरकार द्वारा की जाएगी।
योजना के अंर्तगत सब्जियों में आलू,प्याज,टमाटर,फूलगोभी,गाजर,मटर,शिमला मिर्च,बैंगन,भिंडी,मिर्च,लौकी,करेला,हल्दी,पत्ता गोभी,लहसुन,मूली तथा फलों में अमरूद ,आम, किन्नू को शामिल किया गया है। हाल ही में प्रदेश सरकार द्वारा आलू की फसल का संरक्षित मूल्य 500 रूपए प्रति क्वंटल से बढ़ाकर 600 रूपए प्रति क्वंटल कर दिया है। जिसका लाभ पलवल जिले के किसानों को होगा। इस योजना के तहत किसानों को कृषि में विविधता लाने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा। जिला उद्यान विकास अधिकारी डॉ संतोष शर्मा ने बताया कि भावान्तर भरपाई योजना सरकार की एक अनूठी योजना है। प्रदेश के किसानों को फसल का रेट कम मिलता है तो उसकी भरपाई सरकार द्वारा की जाएगी। सरकार द्वारा आलू की फसल का रेट 600 रूपए प्रति क्वंटल कर दिया है। किसान अपनी फसल को बेचने के लिए मंडी में जाता है यदि उसे फसल का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है तो मार्किट कमेटी में जाकर जे फार्म अवश्य कटवाऐं। जे फार्म को पोर्टल पर जाकर अपलोड कर दें। ऐसा करने से बाजार में फसल की कम कीमत मिलने पर सरकार द्वारा किसान की भरपाई की जाएगी। यह राशी किसान के सीधे खाते में सरकार द्वारा डाली जाएगी। जिससे किसानों को कोई नुकसान नहीं होगा। प्रदेश सरकार द्वारा भावान्तर भरपाई योजना शुरू करने से पलवल जिले के किसानों का रूझान बागवानी की फसलों जैसे सब्जियों की खेती व फलों व फूलों की खेती की तरफ लगातार बढ़ रहा है। बागवानी की खेती करने पर किसानों को काफी लाभ हो रहा है। बागवानी विभाग की टीम द्वारा भी फसलों का सर्वे किया जा रहा है। किसानों को बागवानी फसलों से लाभ मिल रहा है। किसान मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर जाकर अपना पंजीकरण करवाऐं। गांव सिहोल के किसान कुलदीप सिहं ने बताया कि दो एकड़ में आलू की फसल लगाई हुई है।
सरकार द्वारा आलू की फसल का संरक्षित मूल्य 500 रूपए प्रति क्वंटल से बढ़ाकर 600 रूपए प्रति क्वंटल करने से किसानों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि परम्परागत खेती को छोडक़र बागवानी की खेती करने पर बल दे रहे है ताकि अधिक लाभ हो सके। किसान जसवंत ने बताया कि सरकार द्वारा भावान्तर भरपाई योजना शुरू की गई है,यह एक अच्छी योजना है,जिससे बागवानी की खेती को बढ़ावा मिल रहा है। सरकार ने आलू की फसल का जो संरक्षित मूल्य बढाया है,इससे किसानों को लाभ होगा।