डीएवी शताब्दी में छात्रों के अध्ययन, शोध व ज्ञान को बेहतर बनाने के लिए नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ़ इंडिया का उपयोग समझाया गया | आईआईटी खरगपुर, एनडीएलआई के सीनियर प्रोजेक्ट एग्जीक्यूटिव, सुमन पंजा ऑनलाइन माध्यम से मुख्य वक्ता के रूप में जुड़े | उन्होंने छात्रों को एनडीएलआई पर पंजीकरण उपरांत उपलब्ध विभिन्न प्रकार की अध्ययन सामग्री, कोर्सेज व रिसर्च पेपर्स को ढूंढने व उपयोग करने के तरीके समझाये | उपलब्ध अध्ययन सामग्री के उपयोग को लेकर अलग-अलग तरह की सुविधाओं और प्रतिबंधों को भी साझा किया |
कार्यक्रम संरक्षक व महाविद्यालय कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. नरेंद्र कुमार ने छात्रों को नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ़ इंडिया पर मिलने वाली विभिन्न प्रकार की अध्ययन सामग्री की वर्तमान कोर्स अध्ययन व विभिन्न शोध कार्यों में उपयोगिता को रेखांकित किया | यह कार्यक्रम महाविद्यालय लाइब्रेरी व कार्यक्रम अध्यक्षा रितु, लाइब्रेरी कन्वीनर डॉ. जीतेन्द्र ढुल, सचिव डॉ. निधि शर्मा, एग्जीक्यूटिव मेंबर्स उत्तमा पांडे, वीरेंद्र सिंह व अर्चना द्वारा आपसी सहयोग से आयोजित करवाया गया तथा डॉ. योगेश शर्मा के साथ विभिन्न विभागों के लगभग सौ छात्रों ने इसमें भाग लिया |

