पलवल ( अतुल्य लोकतंत्र ): मुकेश बघेल/ यूआईडीएआई क्षेत्रीय कार्यालय चंडीगढ़ ने मंगलवार को जिला सचिवालय के सभागार में आधार कार्ड में जानकारी की जांच और सत्यापन करने के तरीके पर जिला प्रसाशन के अधिकारियों तथा पुलिस अधिकारियों को विस्तारपूर्वक प्रशिक्षण दिया। इस तरह का प्रशिक्षण यूआईडीएआई द्वारा हरियाणा के सभी जिलों में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के द्वारा जिला अधिकारियों को आधार अपडेट करने की प्रक्रिया के साथ-साथ आधार पर छपे क्यूआर कोड को स्कैन करके आधार में उपलब्ध विवरण को सत्यापित करने की प्रक्रिया के बारे में प्रशिक्षित किया गया।
इस दौरान यूआईडीएआई की वैबसाइट के माध्यम से आधार को सत्यापित करने की जानकारी भी दी गई। यूआईडीएआई के अधिकारियों ने सभी विभागीय अधिकारियों से आधार को पहचान के प्रमाण के रूप में स्वीकार करने से पहले सत्यापित करने का आग्रह किया, क्योंकि इससे नकली अथवा फोटोशॉप द्वारा एडिट किए गए आधार कार्ड की पहचान करने में सहायता मिलेगी। वीडियो कांफ्रेंसिंग में आधार कार्ड से संबंधित विभिन्न कानूनी पहलुओं की चर्चा भी की गई, जिसके तहत बताया गया कि सरकारी विभागों को निवासियों से एकत्रित किए गए आधार नंबरों को किसी भी जगह सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित नहीं करना है। जहां तक भी संभव हो, केवल मास्क्ड आधार को ही स्वीकार किया जाए।
यूआईडीएआई द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों से आह्वïान किया कि वे निवासियों को आधार कार्ड में दर्ज जानकारी जैसे नवीनतम पते, मोबाइल नंबर, ई-मेल आईडी के साथ अपने आधार को अपडेट रखने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि निवासियों को अपने संबंधित आधार कार्ड पर अपने पते के प्रमाण (पीओए) और पहचान के प्रमाण (पीओआई) दस्तावेजों को अपडेट करना होगा। जिस भी निवासी का आधार पिछले 8-10 वर्षों में अपडेट नहीं हुआ है तो वह तुरंत अपने दस्तावेजों को मोबाइल में एम-आधार एप के माध्यम से व अपने फोटो, फिंगर प्रिंट्स व आंखों के रेटिना को अपडेट करवाने के लिए अपने नजदीकी आधार केंद्र पर जाकर अपडेट करवाएं।
बैठक में बताया गया कि इस संदर्भ में कुछ समय पूर्व ही हरियाणा के मुख्य सचिव ने भी यूआईडीएआई और राज्य के विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों व राज्य के सभी उपायुक्तों के साथ बैठक की थी और निवासियों से अपनी पहचान के प्रमाण और पते के प्रमाण के दस्तावेजों को जल्द से जल्द अपडेट करने की अपील की थी। उन्होंने यह भी कहा कि 8-10 साल पुराने आधार कार्ड के अपडेशन को प्राथमिकता के आधार पर करना है। इस संदर्भ में जल्द ही जगह-जगह अपडेशन कैंप भी आयोजित किए जाएंगे।
इस वीडियो कांफ्रेंस बैठक में एसडीएम डा. चिनार, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी डी.पी. कुलश्रेष्ठï, साइबर सेल, पुलिस विभाग, क्रिड कार्यालय, शिक्षा विभाग के कर्मचारी, जूनियर प्रोग्रामर बबीता, प्रवीण कुमार भी मौजूद रहे।
आधार कार्ड में नवीनतम जानकारी को अपडेट करवाना जरूरी
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