Yamunanagar ( अतुल्य लोकतंत्र ):मौजूदा सरकार ने 27 जनवरी को एक सर्कुलर जारी करते हुए यह इस साल साढे पांच साल और अगली बार छ साल से कम उम्र के बच्चो को पहली कक्षा में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी थी जिसे कई निजी स्कूलों ने बड़ी चतुराई से अभिभावकों से परीक्षा व उनके परिणाम तक माता-पिता से छुपाने के प्रयास किये। अंत में यह भी कहकर भी बरगलाया गया कि आपके बच्चों का बेस मजबूत हो जाएगा अतः आप दोबारा के जी अथवा यू के जी करवा लें।
ऐसा करने का एक बडा फायदा यह था कि निजी स्कूल वालों को एक साल और अभिभावकों से फीस वसूलने का सुनहरी अवसर सरकार ने प्रदान कर दिया था लगभग एक कक्षा में चालिस बच्चे और हर बड़े स्कूल में पांच से दस सेक्शन !
निजी स्कूलों के साल भर में करोड़ों के वाले न्यारे होने की तैयारी शुरू होने से पहले अभिभावकों ने हो हल्ला मचाया ।
जिससे फरवरी मध्य से ही अभिभावक सेवा मंच पदाधिकारी हरकत में आया।मीडिया के माध्यम से पहले जिले में बाद में प्रदेश भर अध्यक्ष महेन्द्र मित्तल की अगुवाई में अभिभावकों को एकजुट कर अभियान चलाया, धीरे-धीरे इस समस्या को अभिभावक एकजुट हुए।
कभी जिला शिक्षा अधिकारी, कभी हाई कोर्ट के वरिष्ठ एडवोकेट लोगों के पैनल साथ लगातार दो महीने बैठकों का दौर चला । कई बार एस डी एम और उपायुक्त महोदय के माध्यम से शिक्षा मन्त्री, निदेशालय व शिक्षा अधिकारी के नाम ज्ञापन भेजे गये।
वांछित परिणाम न मिलने पर शिक्षा मन्त्री तक के कई चक्कर लगाकर लौट आये पर अभिभावक सेवा मंच ने हार नहीं मानी और अंत में नियमों में अभिभावकों के हक में संशोधन करवाने में एक बड़ी एतिहासिक सफलता प्राप्त की।
मंच के सेवक संदीप गांधी ने बताया कि कैसे कैसे एक उनकी टीम अपने ग्यारह पदाधिकारीयो संग वे क्रिकेट मैच की भांति रोमांचक मैच खेले । तीनों अम्पायर मैच का परिणाम घोषित करने में असमर्थ साबित हो रहे थे तब लोकतन्त्र के चौथे स्तंभ यानि मीडिया ने अपनी सकारत्मक व अहम् भूमिका निभाई और सरकार पर सेवा मंच के पक्ष दबाव बना सरकार को संशोधन करने पर मजबूर कर दिया ।
जिसका लगभग सभी स्कूलों के अभिभावको के प्रतिनिधियों, अभिभावक सेवा मंच के पदाधिकारीयो संग छोटा सा जश्न मनाया और महेन्द्र मित्तल, संजय मित्तल, विपिन गुप्ता, विशाल गुप्ता, ममता व संजय शर्मा, एडवोकेट रेहाना व नेहा जोली, सुमन बाल्मीकि, अरूणा कोशिक, ज्योति गुप्ता, दीपक कपूर, आदि पदाधिकारीयो का दिल से धन्यवाद किया और प्रयासों की सरहाना की अभिभावकों के बीच महेन्द्र मित्तल ने आगमी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश भर के चुनावों में अपने प्रत्याशी उतारने की इच्छा जाहिर कर दी जिस पर अभिभावकों ने उन्हें हर संभव सहयोग और वोट देकर जिताने का भरोसा भी दिया।