पटौदी ( अतुल्य लोकतंत्र )/ मुकेश बघेल: पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार ने कहा कि एनीमिया एक गंभीर बीमारी है और इसके कारण महिलाओं को अन्य बीमारियों की संभावनाएं और बढ़ जाती हैं। इससे निपटने के लिए जरूरी है कि आप प्राथमिकता के साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाए जा रहे जांच शिविरों में अपनी जांच अवश्य कराएं। एसडीएम आज गांव ताजनगर में आयोजित एनीमिया जांच शिविर में दी जा रही सेवाओं का जायजा लेने पहुँचे थे।
एसडीएम प्रदीप कुमार ने एनीमिया जांच शिविर में लगे 6 काऊंटरों , उनके द्वारा किए जाने वाले कार्य , मरीजों व कैम्प में आने वाले लाभार्थियों को दी जाने वाली विभिन्न सेवाओं की जानकारी लेने उपरान्त शिविर में उपस्थित ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि सरकार द्वारा डिलोईट के सहयोग से आपके गांव में एनीमिया जाचं शिविर लगाया गया है इसलिए हर एक पात्र बच्चे व महिलाएं इन सुविधाओं का लाभ अवश्य लें। उन्होंने कहा कि किसी भी बीमारी की यदि शुरुआती स्तर पर ही जांच कर ली जाए तो उसका इलाज संभव है। ऐसे में सभी नागरिक जागरूक होकर अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहे।
जांच शिविर में फर्रुखनगर की प्रवर चिकित्सा अधिकारी डॉ नीरू यादव ने बताया कि जांच शिविर में ग्रामवासी, आशा वर्कर, आगनवाड़ी कार्यकर्ता व अन्य सामाजिक कार्यकर्ता अपना सहयोग दे रहे है। कैम्प में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सहित एसजीटी यूनिवर्सिटी के चिकित्सक व मेडिकल स्टाफ, रामगोपाल फार्मेसी कॉलेज के विद्यार्थी भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि जांच शिविर में लाभार्थियों में एनीमिया के लक्षण पाए जाने पर उन्हें मुफ्त दवाई व उचित परामर्श दिया जा रहा है। गांव ताजनगर में आयोजित यह कैम्प 29 जून तक जारी रहेगा।
डॉ नीरू ने बताया कि 27 जून को इस कैम्प की शुरुआत हुई थी जिसमें 384 लाभार्थियों ने कैम्प की सेवाएं प्राप्त की। उन्होंने बताया कि 6 महीने से 5 वर्ष तक के बच्चों, 15 वर्ष से 45 वर्ष तक की सभी किशोरियों, विवाहित महिलाएं, गर्भवती महिलाएं स्तनपान करवाने वाली माताएं व अन्य महिलाओं के लिए यह कैम्प लगाया गया है। कैम्प में एनीमिया से प्रभावित मरीजों की अगले तीन महीनों तक उनसे संपर्क स्थापित कर उनकी मोनिटरिंग की जाएगी।
इस अवसर पर अतिरिक्त प्रवर चिकित्सा अधिकारी डॉ रणविजय यादव, एसजीटी यूनिवर्सिटी से डॉ सिमरन यादव खण्ड शिक्षक अजय कुमार , डिलोईट के अधिकारी व आमजना एवं लाभार्थी उपस्थित रहे।