पलवल / अतुल्य लोकतंत्र : जिला में बालिकाओं के प्रति सामाजिक एवं व्यवहारिक दृष्टिकोण में सकारात्मक बदलाव के लिए चलाई जा रही बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के सफलतम क्रियान्वयन के संबंध में उपायुक्त नेहा सिंह ने अपने कार्यालय में बैठक आयोजित की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीसी नेहा सिंह ने बेटी बचाओ-बेटी पढाओ योजना का अधिकतम प्रचार-प्रसार करने के लिए अब तक आयोजित की गई गतिविधियों व कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिला पलवल का वर्तमान में लिंगानुपात 941 है जोकि हरियाणा प्रदेश में प्रथम स्थान पर है। इस सफलता के लिए उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने अधिकारियों को जिला के लिंगानुपात को 950 से भी ऊपर लेकर जाने की दिशा में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया।
डीसी नेहा सिंह ने शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे जागरूकता कार्यक्रमों को बढ़ावा देकर योजना के सफल क्रियान्वयन व निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति में अपना पूर्ण सहयोग करें। इसके लिए संबंधित विभाग आपसी समन्वय व तालमेल के साथ कार्य करें। डीसी नेहा सिंह ने कहा कि जिला के जिन गांवों में लिंगानुपात का स्तर कम है, वहां अधिक से अधिक जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को बेटी बचाओ-बेटी पढाओ के प्रति जागरूक किया जाए। इसके तहत स्कूलों, आंगनवाडी केंद्रो, पंचायती संस्थानों में भी विशेष रूप से कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
इसके अलावा जिला व खंड स्तर पर भी बडे आयोजन करके नागरिकों को जागरूक किया जा सकता है। बेटियों के संरक्षण व उनकी पढ़ाई के लिए हर वर्ग को योगदान हेतु प्रेरित करने की आवश्यकता है। इसके लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए, ताकि समाज में रह रहे लोगों की बालिकाओं के प्रति सोच में बदलाव लाया जा सके। डीसी ने जिला में भ्रूण लिंग परीक्षण की प्रभावी रोकथाम के लिए निरंतर प्रभावी कदम उठाए जाएं। भ्रूण परीक्षण करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाए। जिला में सोनोग्राफी सेंटरों एवं एमटीपी केंद्रों का भी निरीक्षण किया जाए।
इस अवसर पर सीएमओ नरेश गर्ग, पीएनडीटी नोडल अधिकारी डा. प्रवीन कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार बघेल, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रवीण शादाब सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

