चंडीगढ़ हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के माध्यम से बाल कल्याण की गतिविधियों को बढ़ावा देना मुख्य प्राथमिकता रहेगी। उक्त अभिव्यक्ति हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के नवनियुक्त मानद महासचिव प्रवीण अत्री ने दी। उन्होंने कहा कि समाधान से पहले समस्या को समझना होगा, तभी समस्या को जड़ से उखाड़ फेंका जा सकता है। प्रदेश को भीख मुक्त और नशा मुक्त बनाना उनका मुख्य लक्ष्य रहेगा। नई योजनाओं के माध्यम से प्रदेश भर में कई योजनाओं को लेकर रोडमैप तैयार कर लिया गया है और उन्हें जल्द जमीनी स्तर पर अमलीजामा पहनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बच्चों के सपनों को पंख लगाना परिषद का मुख्य उद्देश्य है और उसके लिए प्रदेश के सभी बच्चों को हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद बड़ा प्लेटफार्म उपलब्ध करवाएगी। कोरोना काल के दौरान बच्चों को लगातार ऑनलाइन काउंसिलिंग के माध्यम से परामर्श दिया जाएगा ताकि बच्चे अकेलापन न महसूस करें व सकारात्मक रहें। कोरोना काल को लेकर उन्होंने कहा कि परिषद प्रदेश भर में जिला बाल कल्याण परिषदों के माध्यम से जिलों में संचालित सिलाई ट्रेनिंग सेंटर के माध्यम से मास्क निर्माण कराएगी। जिसे जरूरतमंदों में वितरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि परिषद को वित्तीय रूप से मजबूत बनाना भी उनकी प्राथमिकता रहेगी।
बाल कल्याण से ही समाज कल्याण और समाज कल्याण से ही देश कल्याण संभव है। वे लगातार बाल कल्याण को लेकर कई योजनाओं पर कार्य कर रहे हैं। सभी अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं कि जिलों की वित्तीय स्थिति को मजबूत करें और बाल कल्याण की गतिविधियों को लेकर दिन-रात कार्य करें। हरियाणा सरकार द्वारा हरिहर योजना चलाई गई है जोकि बच्चों के लिए वरदान सिद्ध होगी।
राज्यपाल एवं हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के प्रधान श्री सत्यदेव नारायण आर्य व मुख्यमंत्री व उपप्रधान परिषद श्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में परिषद प्रदेशभर के बच्चों के लिए बाल कल्याण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि बच्चे साक्षात ईश्वर का रूप होते हैं और उन्हें बच्चों के कल्याण की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है। वह बाल कल्याण को ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे और सिस्टम में पारदर्शिता लेकर आएंगे।
उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि कोरोना महामारी महासंकट के रूप में सभी को प्रभावित कर रही है इसलिए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करें क्योंकि जीवन अनमोल है और हमारी सावधानी से कीमती जीवन को बचाया जा सकता है व अन्य लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक किया जा सकता है।