यह आक्सीजन की कीमत समझने का वक्त है : ज्ञानेन्द्र रावत
अतुल्य लोकतंत्र के लिए वरिष्ठ पत्रकार और पर्यावरणविद् ज्ञानेन्द्र सिंह रावत जी की कलम से•• कोरोना महामारी का संकट दिनों दिन सुरसा के मुंह की तरह बढ़ता जा रहा है। लाखों की तादाद में रोजाना इसकी बढो़तरी इसका जीता जागता सबूत है। जाहिर है इस पर काबू पाने के सरकारी दावे पूरी तरह झूठे साबित हुए हैं। कोरोना संक्रमितों की…

