तमिल एक्टर और तमिलगा वेत्रि कझगम (TVK) प्रमुख विजय ने करूर भगदड़ हादसे के पीड़ित परिवारों से सोमवार को महाबलीपुरम के रिसॉर्ट में मुलाकात की। हादसे को आज ठीक एक महीना पूरा हो गया है।
रिसॉर्ट में करीब 200 लोग पहुंचे। इनमें 37 पीड़ित परिवार और कुछ घायल भी शामिल हैं। हर परिवार से चार से पांच सदस्य आए हैं। एक्टर विजय ने हर परिवार से अलग-अलग मुलाकात कर उनकी बात सुनी।
मुलाकात बंद दरवाजों में हुई जहां मीडिया को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई। अंदर सिर्फ TVK के पदाधिकारी और परिवारों के लोग ही मौजूद थे।
उधर, मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु सरकार को राज्य में राजनीतिक दलों सार्वजनिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए 10 दिनों के भीतर स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल (SOP) तैयार करने का निर्देश दिया है।
महाबलीपुरम के रिसॉर्ट
हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान एडीशनल एड्वोकेट जनरल जे रवींद्रन ने बेंच से कहा कि SOP तैयार होने तक किसी भी राजनीतिक दल को रैलियां/रोड शो आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। लेकिन, उन्हें सार्वजनिक सभाएं करने से नहीं रोका जाएगा।
बेंच ने एएजी से पूछा कि SOP ड्राफ्ट कब तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को पुलिस, अग्निशमन विभाग, नगर निकायों सहित विभिन्न विभागों से परामर्श करना होगा और फिर इसे तैयार करना किया जाएगा। उन्होंने इसके लिए कुछ और समय मांगा।
इसके जवाब में बेंच ने कहा कि राज्य सरकार को 10 दिनों के अंदर SOP तैयार करनी होगी, अन्यथा वह आदेश पारित करेगी। इस बीच AIADMK ने मामले में पक्षकार बनने की याचिका दायर करने की अनुमति मांगी है।
बेंच ने याचिकाओं पर आगे की सुनवाई 11 नवंबर के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले, पीठ ने TVK के महासचिव एन आनंद द्वारा दायर अग्रिम जमानत याचिका को वापस लेते हुए खारिज कर दिया था।
विजय की रैली में भगदड़ मालमे
की जांच सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने शुरू कर दी है। सीबीआई की विशेष टीम पहले ही करूर के वेलुसामीपुरम में स्थित हादसे की जगह का दौरा कर चुकी है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राज्य पुलिस की FIR को CBI ने फिर से दर्ज किया है और स्थानीय अदालत को इसकी जानकारी दी गई है।
27 सितंबर 2025 को करूर में विजय की रैली के दौरान मची भगदड़ में 41 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। तमिलनाडु पुलिस प्रमुख जी वेंकटारमन ने बताया कि विजय के कार्यक्रम में सात घंटे की देरी से आए। 10 हजार की क्षमता वाले मैदान में करीब 50 हजार लोग पहुंच गए थे। एक बच्ची के गुमने की खबर के बाद भीड़ बेकाबू हो गई थी। जिससे ये हादसा हुआ।

