प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली के रोहिणी में देश के पहले 8 लेन एलिवेटेड हाईवे द्वारका एक्सप्रेसवे और अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (UER-2) का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने लोगों से ‘मेक इन इंडिया’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ को अपनाने को कहा।
पीएम का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर खींचतान चल रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में रूस से तेल आयात को लेकर भारतीय वस्तुओं पर अतिरिक्त 25% शुल्क लगाने का ऐलान किया है। 25% टैरिफ 7 अगस्त से लागू हो चुका है, जबकि अतिरिक्त 25% टैरिफ 27 अगस्त से लागू करने का ऐलान किया गया है।
ऐसे में प्रधानमंत्री के इस संदेश को स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने और विदेशी दबाव के बीच ‘मेड इन इंडिया’ को मजबूत करने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
मोबाइल निर्माण में आत्मनिर्भर भारत: PM मोदी ने कहा कि 11 साल पहले भारत अपनी जरूरत के फोन बाहर से मंगाता था, लेकिन अब देश में ही हर साल 30 से 35 करोड़ मोबाइल फोन बनाए जा रहे हैं और उन्हें निर्यात भी किया जा रहा है। यह बदलाव भारत की उत्पादन क्षमता और ‘मेक इन इंडिया’ की सफलता को दिखाता है।
व्यापारी विदेशी सामान छोड़ें: प्रधानमंत्री ने अपील की कि व्यापारी विदेशी सामान बेचना छोड़ें और ‘मेड इन इंडिया’ के उत्पाद पूरे गर्व से बेचें। उन्होंने कहा कि पहले व्यापारी ज्यादा मुनाफे के लिए विदेशी सामान लाते थे, लेकिन अब समय आ गया है कि वे लोकल प्रोडक्ट्स को बढ़ावा दें।
खिलौनों से लेकर एक्सपोर्ट तक बदली तस्वीर: पीएम ने आगे कहा कि एक दशक पहले तक भारत खिलौने भी बाहर से मंगाता था। आज हालात बदल चुके हैं और देश 100 से अधिक देशों में खिलौने निर्यात कर रहा है। उन्होंने कहा की यह बदलाव इस बात का सबूत है कि भारत आत्मनिर्भर बन रहा है और दुनिया को लोकल प्रोडक्ट्स से जोड़ रहा है।
दिवाली पर डबल बोनस मिलेगा: मोदी ने कहा- GST में नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म होने जा रहा है। दिवाली पर डबल बोनस मिलने वाला है। इसका पूरा प्रारूप राज्यों को भेज दिया है। इसका फायदा सभी को होगा।
UPA सरकार में सिर्फ फाइलें चलती थीं: PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि UPA सरकार के दौरान फाइलें चलती थीं, लेकिन उन पर काम हमने किया। जब केंद्र में राज्यों में भाजपा की सरकारें बनीं तो विकास शुरू हुआ।
संविधान सिर पर रख नाचने वाले इसे कुचलते थे: मोदी ने कहा- जो लोग संविधान सिर पर रखकर नाचते हैं, वही उसे कुचलते भी थे और बाबा साहब की भावनाओं से विश्वासघात करते थे। आज जो संविधान की बात करते हैं, इन्होंने जमकर लोगों का शोषण किया।

