प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार शाम करीब 4.30 बजे आंध्र प्रदेश के अमरावती पहुंचे। उन्होंने यहां 58 हजार करोड़ के कई डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का शिलान्यास और उद्घाटन किया। साथ ही अमरावती कैपिटल सिटी के निर्माण कार्यों की रीलॉन्चिंग की।
पीएम मोदी ने कहा- अमरावती इंद्रलोक की राजधानी है और यह महज संयोग नहीं है कि अमरावती आंध्र प्रदेश की राजधानी है। यह ‘स्वर्ण आंध्र’ की स्थापना का प्रतीक है। स्वर्ण आंध्र विकसित भारत के मार्ग को मजबूत करेगा और अमरावती ‘स्वर्ण आंध्र’ के विजन को सशक्त करेगा।
उन्होंने कहा- अमरावती एक ऐसा शहर बनने जा रहा है, जहां आंध्र प्रदेश के युवाओं की आकांक्षाएं हकीकत में बदल जाएंगी। आने वाले सालों में आईटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, हरित ऊर्जा, सस्टेनेबल इंडस्ट्री, शिक्षा और हेल्थ सर्विस के क्षेत्रों में अमरावती टॉप सेंटर बनकर सामने आएगा।
दुनिया में जो भी देश तेजी से विकसित हुए, उन देशों ने अपने रेलवे के विकास पर बहुत ध्यान दिया। 2009 और 2014 के बीच आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के लिए जॉइंट रेल बजट 900 करोड़ रुपए से कम था। आज आंध्र प्रदेश का रेल बजट 9 हजार करोड़ से ज्यादा है।
एनटीआर गारू ने एक जीवंत और विकसित आंध्र प्रदेश की कल्पना की थी। आइए हम सब मिलकर अमरावती और आंध्र प्रदेश को राष्ट्र के लिए एक अग्रणी विकास इंजन में बदलने का प्रयास करें। एनटीआर गारू के पोषित सपने को पूरा करना हमारी जिम्मेदारी है।
पीएम मोदी सुबह केरल के तिरुवनंतपुरम में 8900 करोड़ की लागत से बने विझिनजाम इंटरनेशनल डीप सी-वाटर मल्टीपर्पज सीपोर्ट का उद्घाटन किया था। इस दौरान PM ने केरल के CM पिनराई विजयन और कांग्रेस नेता शशि थरूर के मंच पर होने पर कांग्रेस पर तंज कसा।
PM ने कहा- मैं मुख्यमंत्री से कहना चाहता हूं कि आप INDI गठबंधन के मजबूत स्तंभ हैं। शशि थरूर भी यहां बैठे हैं। आज का यह कार्यक्रम कई लोगों की नींद उड़ाने वाला है। जहां मैसेज जाना था चला गया।
मोदी ने पोर्ट को देश के विकास के लिए मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा- इस पोर्ट को ₹8,800 करोड़ की लागत से बनाया गया है। यहां आने वाले समय में तीन गुना ज्यादा जहाजों का ट्रांस-शिपमेंट किया जा सकेगा और अब बड़े-बड़े माल ढोने वाले जहाज भी सीधे भारत आ सकेंगे।

